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‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में आने वाला है बड़ा ट्विस्ट। सुहास के बदले में अंगद के ऑफिस में लगी आग से मिहिर बुरी तरह घायल हो जाता है। बता दें कि तुलसी अब वृंदा को बचाने और परिवार को टूटने से रोकने की कोशिश में लग जाती है।
‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में आने वाला है बड़ा ट्विस्ट
Mumbai: लोकप्रिय शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ इन दिनों लगातार रोमांचक मोड़ ले रहा है। कहानी में हर एपिसोड के साथ नया ट्विस्ट आ रहा है, जिससे दर्शकों की दिलचस्पी और बढ़ गई है। हाल ही में दिखाया गया कि अंगद ने वृंदा की जान बचाकर न केवल उसकी इज्जत बचाई, बल्कि सुहास के गुस्से को भी अपने ऊपर ले लिया है।
शो में अब तक देखा गया कि सुहास वृंदा के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश करता है, लेकिन ठीक समय पर अंगद वहां पहुंचकर उसकी रक्षा करता है। इसके बाद सुहास गुस्से में आकर पूरे घर में वृंदा की बदनामी करने लगता है। दूसरी ओर, अंगद सारा सच तुलसी को बता देता है। तुलसी यह सब सुनकर गुस्से और चिंता में पड़ जाती है क्योंकि उसे डर है कि इस विवाद से परिवार में और दरार आ सकती है।
अब कहानी में एक बड़ा धमाका होने जा रहा है। अपमान और बदले की आग में झुलसता सुहास, अंगद से बदला लेने की ठान लेता है। नशे की हालत में वह अंगद के ऑफिस में जाकर आग लगा देगा। यह आग सबसे पहले मिहिर के कैबिन में फैलती है, जिससे ऑफिस में अफरा-तफरी मच जाती है।
इस घटना के बाद तुलसी का ध्यान अब वृंदा की सुरक्षा पर है। वह अंगद को चेतावनी देती है कि वह वृंदा से दूरी बनाए रखे, वरना उसके निजी रिश्ते पर भी असर पड़ सकता है। साथ ही तुलसी खुद वृंदा को सुहास की अगली साजिश से बचाने की प्लानिंग करने लगती है।
आग लगने के बाद ऑफिस का माहौल बेहद खतरनाक हो जाता है। मिहिर खुद को बचाने की कोशिश करता है, लेकिन नॉयना उसे छोड़कर जाने से इंकार कर देती है। इसी बीच एक भारी खंभा नॉयना के ऊपर गिरने वाला होता है, जिसे बचाने के लिए मिहिर आगे बढ़ता है। वह नॉयना को तो बचा लेता है, लेकिन खंभा उसके पैर पर गिर जाता है, जिससे वह बुरी तरह घायल हो जाता है।
नॉयना तुरंत मिहिर को अस्पताल लेकर जाती है। मिहिर के घायल होने की खबर सुनकर तुलसी का दिल बैठ जाता है। अस्पताल में मिहिर की गंभीर हालत देख परिवार के बाकी सदस्य भी चिंता में पड़ जाते हैं। कहानी अब इस मोड़ पर पहुंच गई है जहां तुलसी का परिवार फिर एक बार टूटने की कगार पर है।
दर्शक अब जानने को बेताब हैं कि क्या तुलसी, सुहास की साजिश का अंत कर पाएगी और क्या मिहिर सुरक्षित बाहर आ सकेगा या नहीं।