गांव चलो अभियान में हंगामा: चरागाह भूमि पर कब्जे को लेकर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, पंचायत अधिकारी को हटाने की मांग

भीलवाड़ा के ग्राम पंचायत गेगा का खेड़ा में “गांव चलो अभियान” कार्यक्रम विवादों में घिर गया। चरागाह भूमि पर कब्ज़े और पंचायत प्रशासक द्वारा ग्रामीण से अभद्रता के आरोपों ने माहौल गर्मा दिया।

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 26 September 2025, 12:19 PM IST
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Bhilwara: ग्राम पंचायत गेगा का खेड़ा में आयोजित “गांव चलो अभियान” कार्यक्रम विवादों में घिर गया है। जहां ग्रामीणों ने पंचायत प्रशासन पर चरागाह भूमि पर अवैध कब्जे और अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि यह भूमि गांव के पशुपालकों की साझा संपत्ति है और इस पर हो रहे अतिक्रमण से उनकी आजीविका पर संकट मंडरा रहा है।

शिकायत पर नहीं हुई कार्रवाई

गांव की बैठक के दौरान उस समय माहौल गरमा गया जब ग्रामीण दुर्गेश कुमार शर्मा ने पंचायत प्रशासन से इस मुद्दे पर जवाब मांगा। दुर्गेश कुमार ने कहा कि उन्होंने कई बार पंचायत अधिकारियों से चरागाह भूमि की रक्षा और अतिक्रमण हटाने के लिए शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। दुर्गेश ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने सवाल उठाया तो पंचायत के प्रशासक शंकर लाल शर्मा ने अभद्र भाषा और गाली-गलौज का सहारा लिया।

ग्रामीणों ने किया कार्यक्रम का बहिष्कार

इस व्यवहार से आक्रोशित ग्रामीणों ने पंचायत अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्यक्रम का बहिष्कार किया और मांग की कि शंकर लाल शर्मा को तुरंत हटाया जाए। ग्रामीणों का कहना है कि जब जनता के साथ सम्मानजनक व्यवहार नहीं किया जाएगा, तो ऐसे अभियानों का कोई औचित्य नहीं बचता।

चरागाह भूमि पर कब्जा क्यों बना मुद्दा?

ग्रामीणों के अनुसार, चरागाह भूमि न केवल पशुपालन के लिए जरूरी है, बल्कि यह गांव की पारंपरिक आर्थिक संरचना का अहम हिस्सा है। इस पर निजी कब्जा करना गांव की साझा संपत्ति पर अधिकार जताने जैसा है।

गांव चलो अभियान की मंशा पर सवाल

गौरतलब है कि "गांव चलो अभियान" का उद्देश्य ग्रामीणों और प्रशासन के बीच संवाद स्थापित करना और स्थानीय समस्याओं का समाधान खोजना होता है। लेकिन इस विवाद ने इस पूरे अभियान की प्रासंगिकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

प्रशासन की चुप्पी

घटना के बाद पंचायत प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से अपील की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कराकर संबंधित अधिकारी को तुरंत पद से हटाया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई न जा सकें।

दुर्गेश कुमार शर्मा ने कहा, चरागाह भूमि पूरे गांव की साझा संपत्ति है और इसे बचाना सभी का कर्तव्य है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाना जरूरी है।

 

Location : 
  • Bhilwara

Published : 
  • 26 September 2025, 12:19 PM IST

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