

लखनऊ में एसटीएफ ने मिलावटी पेट्रोल-डीजल की अंतरराज्यीय सप्लाई करने वाले 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से भारी मात्रा में पेट्रोल, डीजल, एथेनाल और साल्वेंट केमिकल सहित टैंकर, वाहन और अन्य उपकरण बरामद किए गए हैं। आरोपी मिलावटी ईंधन को 75-80 रुपये प्रति लीटर की दर से बेचते थे। गिरोह का नेटवर्क कई जिलों तक फैला हुआ है।
यूपी एसटीएफ की बड़ी कामयाबी
Lucknow News: उत्तर प्रदेश एसटीएफ को मंगलवार को एक बड़ी सफलता मिली, जब अंतरराज्यीय स्तर पर पेट्रोल या डीजल में एथेनाल और साल्वेंट मिलाकर मिलावटी ईंधन की आपूर्ति करने वाले संगठित गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई लखनऊ के सैरपुर थाना क्षेत्र के लोधामऊ गांव के पास की गई, जहां गिरोह के सदस्य टैंकरों से पेट्रोल निकालकर उसमें केमिकल मिला रहे थे।
आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया
एसटीएफ ने इस पूरे ऑपरेशन को अपर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार नागर के पर्यवेक्षण में अंजाम दिया। सूचना मिलने पर एसटीएफ व आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर 2.15 बजे छापा मारा और 5 आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
क्या-क्या मौके से मिला
अब जानिए कि गैंग कैसे करता था काम
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे काफी समय से संगठित रूप से इस मिलावट कारोबार में लिप्त हैं। टैंकरों से पेट्रोल/डीजल निकालकर उसमें 30 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीदा गया साल्वेंट मिलाते थे। इसके बाद यह मिलावटी पेट्रोल 75-80 रुपये प्रति लीटर की दर से लखनऊ और आस-पास के जिलों में बेचते थे। आरोपी रिंकू पहले भी इसी अपराध में जुलाई 2024 में जेल जा चुका है। गिरोह के सदस्य साल्वेंट को मिलाकर टैंकर की मात्रा में कोई फर्क न पड़े, इसके लिए विशेष मशीनों और तकनीकों का इस्तेमाल करते थे। यह मिलावटी ईंधन वाहन इंजन को तेजी से खराब कर देता है और पर्यावरण के लिए भी बेहद हानिकारक है।
एसटीएफ का बयान
एसटीएफ अधिकारियों का कहना है कि इस गिरोह का नेटवर्क प्रदेश के कई जिलों और सीमावर्ती राज्यों तक फैला हुआ है। लगातार मिल रही सूचनाओं के आधार पर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया और आने वाले दिनों में इससे जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी की जाएगी।