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एक फर्जी एजेंट ने दो मजदूरों को साउथ अफ्रीका भेजने का झांसा देकर चार लाख रुपये ठग लिए। फर्जी वीजा और टिकट पकड़ाने के बाद जब मजदूरों ने पैसे मांगे तो आरोपी ने धमकी और जातिसूचक टिप्पणी की। गोला पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
विदेश भेजने के नाम पर लाखों की ठगी
Gorakhpur: गोरखपुर जिले के गोला थाना क्षेत्र में एक बड़ा ठगी का मामला सामने आया है, जिसने स्थानीय लोगों को झकझोर दिया है। यहां एक शातिर ठग ने दो गरीब मजदूरों को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये हड़प लिए। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के मुताबिक, पीड़ित राजू प्रसाद पुत्र जोखन प्रसाद और उसका साथी गोविंद प्रसाद, दोनों मेहनतकश मजदूर हैं और गोरखपुर जिले के चकनकदह उनवल गांव के निवासी हैं। कुछ माह पूर्व दोनों की मुलाकात गोला थाना क्षेत्र के ग्राम सिंगहा पटखौली निवासी रामबुझारत पाठक उर्फ पप्पू पाठक से हुई।
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रकम वसूलने के बाद आरोपी ने दोनों को फर्जी वीजा और टिकट थमा दिए और बताया कि उन्हें मुंबई से फ्लाइट पकड़नी होगी। जैसे ही दोनों यात्रा की तैयारी में जुटे, पप्पू पाठक ने बहाना बनाकर टिकट कैंसल होने की बात कही।
जब दोनों पीड़ित अपने पैसे वापस मांगने के लिए आरोपी के घर पहुंचे, तो उसने न केवल पैसे लौटाने से इनकार कर दिया, बल्कि गाली-गलौज करते हुए जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया और उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी।
थाना प्रभारी राहुल शुक्ला ने बताया कि पीड़ितों की तहरीर के आधार पर आरोपी रामबुझारत पाठक उर्फ पप्पू पाठक के खिलाफ धारा 420 (धोखाधड़ी), 504 (गाली-गलौज), 506 (धमकी) तथा एससी/एसटी एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि विदेश भेजने के नाम पर ठगी के मामले उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में तेजी से बढ़ रहे हैं। ठग बेरोजगार युवाओं को ऊंची तनख्वाह और आकर्षक सुविधाओं का लालच देकर लाखों रुपये ऐंठ लेते हैं। इसी तरह के मामलों में अधिकांश आरोपी फर्जी एजेंसी और जाली दस्तावेजों का सहारा लेते हैं। पुलिस विभाग और सरकार लगातार ऐसे गिरोहों पर कार्रवाई की बात करती है, लेकिन जमीनी स्तर पर ठगों का नेटवर्क अभी भी सक्रिय है।