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छठ महापर्व को लेकर गोरखपुर पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। DIG और SSP ने प्रमुख घाटों का निरीक्षण कर सुरक्षा, सफाई और ट्रैफिक व्यवस्था की समीक्षा की। घाटों पर एनडीआरएफ, जल पुलिस और गोताखोर दल तैनात कर दिए गए हैं।
DIG और SSP ने घाटों का किया निरीक्षण
Gorakhpur: लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर पूरे पूर्वांचल में उत्साह का माहौल है। लाखों श्रद्धालु गोरखपुर के विभिन्न घाटों पर सूर्य उपासना की तैयारी में जुटे हैं। इसी बीच, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गोरखपुर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। सोमवार को पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) गोरखपुर परिक्षेत्र और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) राज करन नय्यर ने संयुक्त रूप से शहर के प्रमुख घाटों गोरक्षनाथ घाट, राम घाट और सूरजकुंड घाट का स्थलीय निरीक्षण किया।
DIG और SSP ने घाटों पर पहुंचकर साफ-सफाई, बैरिकेडिंग, जल स्तर और प्रकाश व्यवस्था का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। दोनों अधिकारियों ने राप्ती नदी की स्थिति का आकलन करने के लिए स्टीमर नाव पर सवार होकर घाटों का जल निरीक्षण भी किया। उन्होंने यह भी कहा कि नदी किनारे खतरनाक स्थानों को चिन्हित कर वहां चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं और पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएं।
SSP राज करन नय्यर ने बताया कि छठ महापर्व पर लाखों श्रद्धालु गोरखपुर के घाटों पर जुटते हैं। इसलिए भीड़ प्रबंधन और ट्रैफिक नियंत्रण प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। ट्रैफिक पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि आने-जाने वाले मार्गों को सुचारू रखें और किसी भी स्थिति में जाम न लगने पाए।”
DIG गोरखपुर परिक्षेत्र ने सभी थानाध्यक्षों और क्षेत्राधिकारियों को निर्देश दिया कि छठ पूजा के दौरान गंगा और राप्ती नदी के घाटों पर सुरक्षा इंतजाम पूरी तरह पुख्ता रखें। उन्होंने कहा, “किसी भी प्रकार की दुर्घटना को रोकने के लिए एनडीआरएफ, जल पुलिस और गोताखोर दल को अलर्ट मोड पर रखा गया है। घाटों पर बैरिकेडिंग के साथ पर्याप्त लाइटिंग और पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम की व्यवस्था होनी चाहिए।”
निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक नगर अभिनव त्यागी, क्षेत्राधिकारी कोतवाली, थाना राजघाट, गीडा और तिवारीपुर के प्रभारी निरीक्षक समेत अन्य अधिकारी और पुलिसकर्मी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था का अपडेट साझा किया।
गोरखपुर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए विस्तृत एक्शन प्लान तैयार किया है। इसके तहत हर प्रमुख घाट पर कंट्रोल रूम और हेल्प डेस्क बनाए गए हैं। गोताखोर टीम और जल पुलिस को 24 घंटे तैनात रखा जाएगा। सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन निगरानी के माध्यम से भीड़ की मूवमेंट पर नजर रखी जाएगी। सभी घाटों पर लाउडस्पीकर और पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम लगाया गया है। एंबुलेंस और मेडिकल टीमें किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहेंगी।
DIG गोरखपुर ने घाटों का निरीक्षण करते हुए कहा, “छठ महापर्व बिहार और पूर्वांचल की लोक आस्था का प्रतीक है। हमारी कोशिश है कि यह पर्व पूर्ण श्रद्धा, सुरक्षा और शांति के माहौल में संपन्न हो।” उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे अफवाहों से दूर रहें, बच्चों पर नजर रखें और निर्देशों का पालन करें। DIG ने कहा कि अगर किसी को किसी प्रकार की समस्या हो, तो वह तुरंत पुलिस या प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क करें।