

जिले में उस समय हड़कंप मच गई, जब एक बंद पड़ी फैक्ट्री के सीवर टैंक से तेज दुर्गंध आने लगी। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने जानकारी पुलिस को दी।
जांच में जुटी पुलिस
Kanpur Dehat News: कानपुर देहात के रनियां थाना क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब गुरुवार सुबह एक बंद पड़ी फैक्ट्री के सीवर टैंक से तेज दुर्गंध आने लगी। स्थानीय लोगों ने जब झांककर देखा तो अंदर एक युवक का शव पड़ा था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, यह देख लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकलवाया।
युवक के शरीर पर मिले चोटों के निशान
पुलिस ने मौके पर जांच के दौरान पाया कि युवक के शरीर पर कई गंभीर चोटों के निशान हैं। इससे स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि उसकी हत्या की गई है और फिर शव को यहां फेंका गया है। युवक की पहचान फिलहाल नहीं हो सकी है। शव की हालत देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि यह कई दिन पुराना है और उसमें गलन शुरू हो चुकी थी।
जानकारी मिलते ही एसपी पहुंचे मौके पर
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी अरविंद मिश्रा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलवाया। एसपी ने बताया कि घटना की जांच हत्या के दृष्टिकोण से की जा रही है। फोरेंसिक टीम ने मौके से अहम साक्ष्य इकट्ठा किए हैं, जिनकी मदद से मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।
सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
पुलिस अब रनियां इंडस्ट्रियल एरिया की आसपास की फैक्ट्रियों और रास्तों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। चूंकि घटनास्थल सुनसान इलाके में स्थित है और फैक्ट्री लंबे समय से बंद पड़ी थी, इसलिए संदिग्धों की आवाजाही को पकड़ने में समय लग सकता है। साथ ही, पुलिस ने आस-पास के थानों को युवक की शिनाख्त के लिए गुमशुदगी संबंधी जानकारी भेजी है।
पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया शव
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। शव की हालत को देखते हुए डीएनए जांच की जरूरत भी पड़ सकती है। पुलिस का कहना है कि युवक की पहचान होते ही मामले में तेजी आएगी और हत्यारों तक पहुंचने में आसानी होगी।
स्थानीय लोगों ने उठाए सुरक्षा पर सवाल
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने बंद पड़ी फैक्ट्रियों में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि इन सुनसान जगहों पर असामाजिक तत्वों की गतिविधि लगातार बढ़ रही है और कोई निगरानी नहीं होने से अपराधों को अंजाम देना आसान हो गया है।