

नेपाल की राजधानी काठमांडू में आयोजित पाकिस्तान दूतावास के एक सम्मेलन में जमालुद्दीन उर्फ छांगुर की मौजूदगी से नए सवाल उठ रहे हैं। छांगुर ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से अपने संबंध मजबूत करने की कोशिश की। वह नेपाल के दांग जिले के एक प्रमुख धार्मिक नेता के साथ काठमांडू में था, जहां पाकिस्तानी सैन्य दल और आईएसआई के अधिकारी भी मौजूद थे। इसके अलावा, छांगुर का अंतरराष्ट्रीय धार्मिक संगठनों से भी गहरा जुड़ाव है।
छांगुर के अंतरराष्ट्रीय धार्मिक नेटवर्क का खुलासा
New Delhi: हाल ही में नेपाल की राजधानी काठमांडू में पाकिस्तानी दूतावास द्वारा एक सम्मेलन आयोजित किया गया था। जिसमें नेपाली सेना के पूर्व सैनिकों ने भाग लिया। इस सम्मेलन में पाकिस्तान की नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी (एडीयू) का प्रतिनिधिमंडल भी शामिल था। खास बात यह है कि इसमें आईएसआई से नजदीकी बढ़ाने के लिए छांगुर बाबा भी शामिल हुए थे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, इस एक्सचेंज प्रोग्राम का उद्देश्य दोनों देशों के सैन्य संबंधों को बढ़ावा देना था। हालांकि, कार्यक्रम के बाद पाकिस्तान का सैन्य दल भारत-नेपाल सीमा के पास भी गया और इस दौरान पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारी भी उनके साथ थे।
काठमांडू में पाकिस्तानी दल के दौरे में छांगुर का शामिल होना
दिलचस्प बात यह है कि इस दौरे के दौरान नेपाल के दांग जिले के एक प्रमुख धार्मिक नेता के साथ जमालुद्दीन उर्फ छांगुर भी मौजूद था। छांगुर, जो पहले ही अपनी अवैध धर्मांतरण गतिविधियों के लिए चर्चा में था, इस दौरे के माध्यम से आईएसआई से अपनी नजदीकी बढ़ाने की कोशिश कर रहा था। काठमांडू में हुए इस सम्मेलन ने छांगुर के पाकिस्तान और आईएसआई से संभावित संबंधों को उजागर किया है, जो अब जांच एजेंसियों के लिए एक बड़ा सुराग बन चुका है।
छांगुर का अंतरराष्ट्रीय धार्मिक नेटवर्क
छांगुर के आईएसआई के साथ नजदीकी के अलावा, इसके साथ कई अन्य अंतरराष्ट्रीय धार्मिक और इस्लामी संगठनों के भी जुड़ाव की जानकारी सामने आई है।
1. सऊदी अरब इस्लामिक डेवलपमेंट बैंक- यह संगठन आर्थिक और धार्मिक सहायता प्रदान करता है, और छांगुर को इसके माध्यम से एक संभावित अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क मिला था।
2. मुस्लिम वर्ल्ड लीग- यह संगठन वैश्विक इस्लामी समुदाय के लिए विभिन्न धार्मिक और सामाजिक पहलुओं पर काम करता है, और छांगुर इससे भी जुड़ा हुआ था।
3. दावत-ए-इस्लाम- यह संगठन इस्लाम का प्रचार-प्रसार करने के लिए काम करता है, और छांगुर ने इसका इस्तेमाल अपनी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए किया।
4. इस्लामिक संघ ऑफ नेपाल- यह नेपाल में इस्लामिक समुदाय को एकजुट करने और धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाला संगठन है, और छांगुर इससे भी जुड़ा हुआ था।
सैन्य और धार्मिक नेटवर्क का मिलाजुला प्रभाव
छांगुर की गतिविधियों और इसके पाकिस्तान, आईएसआई और विभिन्न इस्लामी संगठनों से जुड़े रहने का मामला सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ा सवाल बन चुका है। छांगुर ने जो रणनीति अपनाई है। उससे यह प्रतीत होता है कि वह अंतरराष्ट्रीय धार्मिक और सैन्य नेटवर्क का उपयोग अपनी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए कर रहा था। काठमांडू में पाकिस्तानी दल के दौरे के दौरान उसकी उपस्थिति इस बात का संकेत देती है कि वह वैश्विक स्तर पर अपने संपर्कों को मजबूत करने में जुटा था।
जांच एजेंसियों की सक्रियता और आगामी कार्रवाई
इस मामले के सामने आने के बाद, भारतीय और नेपाली सुरक्षा एजेंसियां छांगुर के अंतरराष्ट्रीय संपर्कों और उसकी गतिविधियों की गहन जांच कर रही हैं। छांगुर का पाकिस्तान और आईएसआई से जुड़ाव, इसके अवैध धर्मांतरण रैकेट और इन धार्मिक संगठनों के साथ संभावित संबंध जांच के घेरे में हैं। एजेंसियां इस मामले की जांच में तेजी ला रही हैं और जल्द ही इसके संभावित असर को लेकर अहम खुलासे हो सकते हैं।