

यह मामला जुलाई 2019 का है। जब सोनू ने घरेलू विवाद के चलते अपनी पत्नी मधु की बेरहमी से हत्या कर दी थी। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बीवी की हत्या करने वाले पति को उम्रकैद
बुलंदशहर: जिले के शिकारपुर थाना क्षेत्र में वर्ष 2019 में हुई पत्नी की हत्या के मामले में अदालत ने सोमवार को ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए आरोपी पति को दोषी करार दिया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (फास्ट ट्रैक कोर्ट-2) मनोज कुमार की अदालत ने आरोपी सोनू को उम्रकैद की सजा और 20 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। यह फैसला उत्तर प्रदेश पुलिस के 'ऑपरेशन कन्विक्शन' अभियान के तहत एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, यह मामला जुलाई 2019 का है। जब शिकारपुर थाना क्षेत्र के चैनपुरा मोहल्ला निवासी सोनू ने घरेलू विवाद के चलते अपनी पत्नी मधु की बेरहमी से हत्या कर दी थी। हत्या के तुरंत बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी पति सोनू के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया था। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
मजबूत पैरवी से मिला इंसाफ
घटना के बाद पुलिस ने अक्टूबर 2019 में चार्जशीट अदालत में दाखिल की थी। इस मामले को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ अभियान में शामिल किया गया। बुलंदशहर पुलिस की मॉनीटरिंग सेल ने इस केस को गंभीरता से लेते हुए अदालत में मजबूत पैरवी सुनिश्चित की गई। अभियोजन पक्ष की ओर से अधिवक्ता ध्रुव कुमार वर्मा ने पक्ष रखा। जबकि मॉनीटरिंग सेल प्रभारी निरीक्षक यशपाल सिंह, पैरोकार हेड कांस्टेबल जितेंद्र कुमार और कोर्ट मोहर्रिर हेड कांस्टेबल नरेंद्र कुमार ने इस केस को अंजाम तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
गवाहों की गवाही बनी निर्णायक
अदालत में सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने कुल पांच गवाहों को पेश किया। इन गवाहों की सटीक और तथ्यपरक गवाही के आधार पर अदालत ने आरोपी को दोषी मानते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई। अदालत ने कहा कि आरोपी का कृत्य समाज के लिए घातक है और ऐसे मामलों में कठोर सजा से ही समाज में संदेश जाएगा।
पुलिस की सजगता से मिली सजा
इस मामले में बुलंदशहर पुलिस की मॉनीटरिंग सेल की सक्रियता और न्याय प्रणाली में भरोसे ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का काम किया। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत ऐसे मामलों में शीघ्र न्याय दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।