

आरआरपी सेमीकंडक्टर के शेयरों ने पिछले 18 महीनों में 63,000% का अभूतपूर्व रिटर्न दिया है। बता दें कि बीएसई ने इसकी अनियंत्रित वृद्धि के बाद निवेशकों को सतर्क किया है। कंपनी को ESM फ्रेमवर्क के तहत निगरानी में रखा गया है।
आरआरपी सेमीकंडक्टर ने दिया अच्छा रिटर्न
New Delhi: बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) ने हाल ही में निवेशकों को आरआरपी सेमीकंडक्टर (RRP Semiconductor) के शेयरों पर सतर्क रहने की चेतावनी दी है। एक्सचेंज ने आरआरपी के शेयर को "इन्हैंस्ड सर्विलांस मेशर" (ESM) फ्रेमवर्क के तहत डाल दिया है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि निवेशकों को इस शेयर में निवेश करते समय अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए। कंपनी के शेयर की कीमत में हाल के महीनों में अभूतपूर्व तेजी आई है, जिससे शेयर बाजार में हलचल मच गई है।
आरआरपी सेमीकंडक्टर के शेयरों ने पिछले 18 महीनों में 63,000 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है। अप्रैल 2024 में मात्र 15 रुपये पर बिकने वाला यह शेयर अक्टूबर 2025 तक 9292.20 रुपये तक पहुंच चुका है, यानी महज डेढ़ साल में इसने निवेशकों को बेतहाशा लाभ दिया है। यह अद्वितीय वृद्धि निवेशकों और बाजार के विशेषज्ञों को चौंका देने वाली रही है।
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आरआरपी सेमीकंडक्टर का मार्केट कैप भी इसी दौरान आश्चर्यजनक तरीके से बढ़ा है। महज दो साल में यह कंपनी 12,000 करोड़ रुपये के मार्केट कैप से बढ़कर 12,659.69 करोड़ रुपये के मार्केट कैप वाली दिग्गज कंपनी बन गई है। यह दर्शाता है कि कंपनी ने न केवल अपने शेयर की कीमत में वृद्धि की है, बल्कि एक छोटी सी कंपनी से एक बड़ी और प्रभावशाली कंपनी के रूप में उभरने का मार्ग भी तय किया है।
आरआरपी सेमीकंडक्टर के शेयरों में इस अप्रत्याशित वृद्धि के बाद कुछ अफवाहें भी उड़ीं, जिसमें दावा किया गया था कि भारतीय क्रिकेट स्टार सचिन तेंदुलकर ने इस कंपनी के शेयर खरीदे हैं। इस अफवाह के फैलने के बाद निवेशकों में इस शेयर को लेकर एक होड़ मच गई और कीमतों में और अधिक उछाल देखने को मिला। हालांकि, बाद में कंपनी ने सार्वजनिक रूप से सफाई दी और कहा कि सचिन तेंदुलकर ने इस कंपनी के शेयरों में कोई निवेश नहीं किया है।
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
बीएसई ने आरआरपी सेमीकंडक्टर के शेयरों में इस अभूतपूर्व वृद्धि को ध्यान में रखते हुए चेतावनी दी है कि यह वृद्धि कंपनी के मौजूदा वित्तीय फंडामेंटल्स से मेल नहीं खाती है। इसलिए, निवेशकों को इस शेयर पर अधिक सावधानी से दांव लगाना चाहिए।
इस चेतावनी के साथ ही बीएसई ने इस शेयर को ESM फ्रेमवर्क में रख दिया है। ESM (Enhanced Surveillance Measure) फ्रेमवर्क उन शेयरों की निगरानी के लिए लागू किया जाता है जिनमें अत्यधिक उतार-चढ़ाव होता है। इसके तहत, आरआरपी सेमीकंडक्टर के शेयर अब "ट्रेड-फॉर-ट्रेड" (TFT) सेटलमेंट के तहत कारोबार करेंगे, जिससे इंट्राडे ट्रेडिंग की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा, इस शेयर के लिए 2 प्रतिशत का डेली प्राइस बैंड भी तय किया गया है, जिससे इसका मूल्य बढ़ने या घटने की सीमा तय की जा सके।
निवेशक सावधान रहें
आरआरपी सेमीकंडक्टर के शेयरों ने पिछले एक साल में 13,054 प्रतिशत, छह महीनों में 1,135 प्रतिशत और तीन महीनों में 248 प्रतिशत की वृद्धि की है। इस साल अब तक इसने 4,909 प्रतिशत का रिटर्न दिया है, जो किसी भी शेयर के लिए अभूतपूर्व है। हालांकि, इन शानदार रिटर्न्स के बावजूद बीएसई की चेतावनी इस बात का संकेत है कि इस शेयर में अधिक जोखिम हो सकता है।
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इसके 52-हफ्ते का हाई लेवल 9,292.20 रुपये रहा है, जबकि इसका लो लेवल 70.64 रुपये रहा है। यह आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि शेयर में अत्यधिक उतार-चढ़ाव हो रहा है। ऐसे में, निवेशकों को इस शेयर में निवेश करते समय सभी पहलुओं का मूल्यांकन करना चाहिए और जोखिम से बचने के लिए उपयुक्त निवेश रणनीतियां अपनानी चाहिए।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है, यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।