

सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी ने महंगाई की मार को और भी तीखा कर दिया है। निवेशकों और आम लोगों दोनों के लिए यह समय आर्थिक तौर पर चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है।
जबरदस्त महंगाई की मार
New Delhi: आज यानी मंगलवार 5 अगस्त को सोने की कीमतों में इजाफा देखने को मिला है। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई समेत देश के बड़े शहरों में सोने का भाव 1000 रुपये तक बढ़ गया है। सोना आज हरे निशान पर कारोबार कर रहा है और निवेशकों की नजरें इसके भाव पर बनी हुई हैं। वहीं, चांदी की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं और कल के मुकाबले ज्यादा बदलाव नहीं आया है।
सोने की कीमतें बढ़ने के पीछे कई प्रमुख कारण हैं। सबसे बड़ा कारण है अमेरिकी अर्थव्यवस्था से आए कमजोर आंकड़े। अमेरिका से आने वाले ऐसे नतीजे वैश्विक बाजार में अनिश्चितता बढ़ाते हैं, जिससे निवेशक सुरक्षित परिसंपत्तियों जैसे सोने की ओर रुख करते हैं। इसके अलावा भारतीय रुपया भी कमजोर हुआ है, जिससे विदेशी मुद्रा में सोना महंगा हो गया और इसका सीधा असर देश के घरेलू बाजार पर पड़ा।
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
भारत में सोने के आयात पर लगने वाले शुल्क और टैक्स को लेकर भी बाजार में चिंता बनी हुई है। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि इन अतिरिक्त शुल्कों की वजह से सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं। इसके साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक की आगामी नीतिगत बैठक और अमेरिका से नए आर्थिक आंकड़े आने वाले दिनों में सोने की कीमतों पर असर डाल सकते हैं।
जहां सोने की कीमतों में उछाल देखा गया, वहीं चांदी के दाम लगभग स्थिर बने हुए हैं। देश के बड़े राज्यों में 1 किलोग्राम चांदी का भाव 1,12,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर बना हुआ है। चांदी की कीमतों में कल के मुकाबले कोई खास बदलाव नहीं हुआ है।
शहर का नाम 22 कैरेट गोल्ड रेट (रुपये/10 ग्राम) 24 कैरेट गोल्ड रेट (रुपये/10 ग्राम)
दिल्ली 93,110 1,01,560
चेन्नई 92,960 1,01,410
मुंबई 92,960 1,01,410
कोलकाता 91,400 1,01,410
जयपुर 93,110 1,01,560
नोएडा 93,110 1,01,560
गाजियाबाद 93,110 1,01,560
लखनऊ 93,110 1,01,560
बंगलुरु 92,960 1,01,410
पटना 92,960 1,01,410
भारत में सोने की कीमत कई फैक्टर्स पर निर्भर करती है। सबसे पहले, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव को देखा जाता है। इसके अलावा, आयात शुल्क, टैक्स, रुपए और डॉलर के बीच के एक्सचेंज रेट का भी असर होता है। भारत में सोने की मांग त्योहारों और शादियों के मौसम में बढ़ जाती है, जिससे कीमतों में तेजी आ जाती है। कुल मिलाकर, डिमांड और सप्लाई का बैलेंस भारत में सोने की कीमत तय करने में अहम भूमिका निभाता है।
अभी सोने के दाम बढ़ रहे हैं, इसलिए निवेशकों को थोड़ी सावधानी से काम लेना चाहिए। बाजार में उतार-चढ़ाव सामान्य हैं और आने वाले दिनों में रिजर्व बैंक और अमेरिका से आने वाले आर्थिक फैसले सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं। अगर आप सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो बाजार के रुझान और विशेषज्ञों की सलाह पर ध्यान देना जरूरी होगा।
आज सोने की कीमतों में 1000 रुपये तक की बढ़ोतरी ने निवेशकों और खरीदारों की रुचि बढ़ा दी है। कमजोर अमेरिकी आर्थिक आंकड़े और कमजोर रुपया इस बढ़ोतरी के मुख्य कारण हैं। वहीं चांदी की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। देश के प्रमुख शहरों में सोने की कीमत लगभग एक जैसी बनी हुई है। आने वाले समय में वित्तीय नीतियों और वैश्विक आर्थिक हालात के अनुसार सोने की कीमतों में और बदलाव हो सकता है। इसलिए बाजार पर नजर बनाए रखना और सही समय पर सही फैसला लेना निवेशकों के लिए फायदेमंद रहेगा।