होटल में 13 नंबर के कमरे क्यों नहीं होते? जानें इसके पीछे का राज

होटलों में 13 नंबर का कमरा न होने का कारण अक्सर लोगों के मानसिक डर और अंधविश्वास से जुड़ा होता है। ट्रिस्कायडेकाफोबिया नामक बीमारी में लोग इस नंबर से घबराते हैं और इसे अशुभ मानते हैं। कई होटल मालिक इस डर को समझते हुए अपने व्यवसायिक दृष्टिकोण से छोड़ देते हैं।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 13 December 2025, 3:01 PM IST
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New Delhi: होटलों में 13 नंबर का कमरा न होने का कारण किसी सामान्य व्यवस्था का हिस्सा नहीं है। दरअसल, यह एक सांस्कृतिक और मानसिक विश्वास से जुड़ा हुआ है। कई लोग 13 नंबर को अशुभ मानते हैं और इसे नकारात्मक ऊर्जा से जोड़ते हैं। इस मानसिकता को देखते हुए कुछ होटलों में 13 नंबर का कमरा नहीं होता।

ट्रिस्कायडेकाफोबिया: 13 नंबर का डर

13 नंबर से डर को ट्रिस्कायडेकाफोबिया कहा जाता है। यह एक प्रकार का मानसिक भय है जिसमें व्यक्ति को 13 नंबर का सामना करने पर घबराहट, बेचैनी और दिल की धड़कन तेज हो जाती है। यह डर इतना गहरा हो सकता है कि लोग 13 नंबर से बचने के लिए कई तरह के उपाय अपनाते हैं, जैसे कि होटल में 13 नंबर के कमरे को न लेना।

यह कोई कानून नहीं…

होटल में 13 नंबर का कमरा न होना कोई नियम नहीं है, बल्कि यह एक व्यवसायिक रणनीति भी हो सकती है। बहुत से होटल मालिक इस मानसिकता का लाभ उठाते हैं, ताकि उन्हें अपने ग्राहकों के चयन को प्रभावित करने में मदद मिल सके। यदि ग्राहक 13 नंबर को अशुभ मानते हैं, तो होटल मालिक उनके डर को शांत करने के लिए 13 नंबर का कमरा छोड़ सकते हैं।

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होटल में 13 नंबर के कमरे क्यों नहीं होते

13 नंबर के कमरे की अनुपस्थिति का कारण

इस अंधविश्वास का इतिहास बहुत पुराना है। यूरोप में मध्यकालीन समय से यह माना जाता था कि 13 नंबर दुर्भाग्य लाता है। यह विश्वास विशेष रूप से यहूदी धर्म और ईसाई धर्म से जुड़ा हुआ है। बाइबल के मुताबिक, अंतिम भोज में 13 लोग थे और उनमें से 13वें व्यक्ति को यूसुफ से धोखा मिला। इस घटना ने 13 नंबर को नकारात्मक रूप से प्रतिष्ठित किया।

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13 नंबर से जुड़ी घटनाएं और मान्यताएं

समाज में 13 नंबर से जुड़ी कई रोचक मान्यताएं और घटनाएं रही हैं। उदाहरण के लिए, कुछ लोग मानते हैं कि शुक्रवार को 13 तारीख को किसी भी प्रकार का महत्वपूर्ण कार्य नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है। ऐसे में होटल मालिक ग्राहकों की मानसिकता को समझते हुए 13 नंबर के कमरे से बचते हैं।

होटल मालिकों के व्यवसायिक दृष्टिकोण

कई होटल मालिक इस बात से अच्छी तरह वाकिफ होते हैं कि 13 नंबर का डर उनके व्यवसाय को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, कुछ होटल अपने लैंडिंग फ्लोर या गेस्ट रूम की संख्या को 13 से बचाकर चलने की कोशिश करते हैं। यह एक तरह से ग्राहक के मानसिक शांति के लिए किया जाता है, ताकि वे सहज महसूस करें और होटल में ठहरने में संकोच न करें।

ग्राहक के विश्वास और व्यवसाय का अंतरसंबंध

कुछ होटल संचालक यह मानते हैं कि ग्राहकों के विश्वास को ध्यान में रखते हुए वे 13 नंबर के कमरे की अनुपस्थिति से अपनी सेवाओं को बेहतर बना सकते हैं। यह कदम होटल की सेवाओं के विपणन में सहायक साबित हो सकता है, क्योंकि बहुत से लोग विश्वास करते हैं कि 13 नंबर के कमरे में ठहरने से उनका अनुभव अच्छा नहीं रहेगा।

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अंधविश्वास या व्यवसायिक समझ?

होटल में 13 नंबर के कमरे का न होना कई बार अंधविश्वास से जुड़ा होता है, लेकिन यह पूरी तरह से व्यवसायिक निर्णय भी हो सकता है। होटल मालिकों को यह समझने में कोई दिक्कत नहीं होती कि ग्राहकों की मनोविज्ञान को प्रभावित करने से उन्हें लाभ हो सकता है। यह व्यवसाय में सफलता के लिए एक रणनीतिक कदम हो सकता है, जो उन्हें अपनी सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद करता है।

क्या 13 नंबर को अपनाना चाहिए?

अब सवाल यह उठता है कि क्या हमें इस अंधविश्वास को छोड़ देना चाहिए या फिर इसे मानते हुए होटल उद्योग में बदलाव लाना चाहिए? मनोविज्ञान और व्यवसायिक दृष्टिकोण से यह स्पष्ट है कि यदि कोई संख्या किसी व्यक्ति के मानसिक शांति को प्रभावित करती है, तो उसे नकारा नहीं जा सकता। हालांकि, हमें इस संख्या को लेकर असुरक्षा और डर को धीरे-धीरे खत्म करने की कोशिश करनी चाहिए।

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 13 December 2025, 3:01 PM IST

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