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                        सरकार विकास की बड़ी-बड़ी बातें तो करती है, लेकिन जमीन पर कार्य की गुणवत्ता और जनता की सुविधा की कोई परवाह नहीं करती। सोनभद्र के नगवां ब्लॉक स्थित झरना ग्राम पंचायत में हाल ही में बनी सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं।
Sonbhadra: नगवां ब्लॉक स्थित झरना ग्राम पंचायत में हाल ही में बनी सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। लाखों रुपये की लागत से लगभग छह महीने पहले बनी यह सड़क अब जगह-जगह से टूटने लगी है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण के समय मानक सामग्री का उपयोग नहीं किया गया और पत्थर व डामर की परतें पतली डाली गईं, जिससे सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं।
स्थानीय निवासी अंकित पासवान ने बताया कि यह सड़क महज छह महीने में ही खराब हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्माण कार्य में मानकों की अनदेखी की गई और घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। अंकित ने बताया कि “सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे हम रोजाना आवागमन में परेशानी झेल रहे हैं।”
सड़क की खराब स्थिति के कारण न केवल वाहन चालकों को दिक्कत हो रही है, बल्कि पैदल चलने वालों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह सड़क बेहद जोखिम भरी हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर सड़क जल्द मरम्मत नहीं की गई तो स्थिति और खराब हो सकती है।