Dehradun: जब देश जगमगा रहा था, तब गुंडरीज गांव अंधेरे में था, विकास की हकीकत पर सवाल

देहरादून के विकास नगर क्षेत्र की गुंडरीज पंचायत में दिवाली पर भी अंधेरा छाया रहा। स्ट्रीट लाइटें बंद और बिजली आपूर्ति अनियमित होने से ग्रामीण परेशान हैं। निष्क्रिय प्रधान पर कार्रवाई की मांग तेज़ हो गई है। ग्रामीण पूछ रहे हैं आखिर विकासनगर कब जगमगाएगा?

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 24 October 2025, 4:08 PM IST
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Dehradun: देहरादून के विकास नगर क्षेत्र की गुंडरीज पंचायत इन दिनों सुर्खियों में है। दिवाली के मौके पर जहां पूरे देश में घर-आंगन दीपों से जगमगा रहे थे, वहीं गुंडरीज गांव अंधेरे में डूबा रहा। यहां के लोगों के लिए ‘प्रकाश पर्व’ इस बार केवल नाम का रह गया।

गांव की गलियां और चौपालें स्ट्रीट लाइटों की खराबी से रातभर अंधेरे में रहती हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह स्थिति केवल त्योहारों के समय की नहीं, बल्कि महीनों से जारी है। बिजली कटौती और खराब ट्रांसफार्मर के कारण बच्चों की पढ़ाई से लेकर बुजुर्गों की सुरक्षा तक सब प्रभावित हो रहे हैं।

ग्रामीणों में बढ़ता गुस्सा

गांव के निवासियों ने स्थानीय प्रधान पर निष्क्रियता का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने बार-बार शिकायत की, लेकिन हर बार केवल आश्वासन मिला।

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गांव के एक बुजुर्ग निवासी ने नाराज़गी जताते हुए कहा, “हमारा गांव विकास नगर के नाम से जाना जाता है, लेकिन यहां विकास सिर्फ कागजों पर दिखता है। प्रधान जी हमारी सुनवाई तक नहीं करते।”

कई ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत फंड का सही उपयोग नहीं हो रहा। एक महिला ने कहा, दिवाली से पहले भी बिजली गुल थी और अब भी वही हाल है। हमने बिजली विभाग और प्रधान दोनों को कई बार बताया, लेकिन किसी ने हमारी सुध नहीं ली।

मूलभूत सुविधाओं का संकट

गुंडरीज पंचायत में सिर्फ बिजली ही नहीं, बल्कि सड़कों और साफ-सफाई की स्थिति भी चिंताजनक है। बारिश के दिनों में कीचड़ भरे रास्तों से होकर स्कूल और बाजार तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। स्थानीय युवाओं का कहना है कि विकास नगर नाम के बावजूद गांव में ना रोजगार की सुविधा है, ना आधारभूत ढांचा।

बिजली कटौती के कारण घरों में पानी की मोटरें नहीं चल रहीं, जिससे पीने के पानी का संकट भी बढ़ गया है। रात में अंधेरे के कारण महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी लोग चिंतित हैं।

विभागीय चुप्पी और प्रशासनिक लापरवाही

जब इस मुद्दे पर बिजली विभाग के एक अधिकारी से संपर्क किया गया, तो उन्होंने बताया कि ट्रांसफार्मर बदलने का प्रस्ताव भेजा गया है। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि पिछले छह महीनों से यही जवाब मिल रहा है, लेकिन अब तक कोई सुधार नहीं हुआ।

स्थानीय प्रशासन की भी भूमिका सवालों के घेरे में है। पंचायत स्तर पर निरीक्षण और कार्ययोजना के अभाव में समस्याएं जस की तस हैं।

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जनप्रतिनिधियों से जवाबदेही की मांग

गांव के युवा अब सोशल मीडिया पर भी अपनी आवाज उठा रहे हैं। उनका कहना है कि पंचायत चुनाव में किए गए वादे केवल भाषणों तक सीमित हैं। अब वे जिलाधिकारी से सीधे शिकायत करने की योजना बना रहे हैं। एक युवा ने कहा, “हम वोट देते हैं ताकि हमारा गांव आगे बढ़े, लेकिन यहां तो अंधेरा और निराशा बढ़ रही है। हम कार्रवाई की मांग करेंगे।”

Location : 
  • Dehradun

Published : 
  • 24 October 2025, 4:08 PM IST