

उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण शनिवार और रविवार को राहत मिली, लेकिन 23 सितंबर से 30 सितंबर तक फिर से भारी बारिश का अनुमान है। प्रशासन ने तैयारियों को तेज किया और मौसम विभाग ने हल्की वर्षा का पूर्वानुमान जताया।
उत्तराखंड मौसम अपडेट (सोर्स- इंटरनेट)
Dehradun: उत्तराखंड में मानसून की भारी बारिश से उपजी तबाही के बाद शनिवार और रविवार को मौसम शुष्क रहा, जिससे लोगों को राहत मिली। लेकिन मौसम विभाग के अनुसार, 23 सितंबर से 30 सितंबर तक राज्य में फिर से भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इस कारण प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है और सभी संबंधित विभागों को सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं।
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. सीएस तोमर ने बताया कि रविवार को राज्य के पहाड़ी जिलों में हल्की बारिश हुई, जबकि देहरादून जैसे मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहा। उमस भरी गर्मी ने मौसम को और अधिक असहज बना दिया। उन्होंने बताया कि 23 सितंबर से मौसम फिर से बदलेगा और भारी बारिश की संभावना बढ़ेगी।
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मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, 23 सितंबर से 30 सितंबर तक उत्तराखंड के उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, देहरादून और नैनीताल जनपदों में भारी बारिश के साथ-साथ बौछारें हो सकती हैं। वहीं, राज्य के अन्य हिस्सों में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। खासकर देहरादून के आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ कुछ क्षेत्रों में गर्जन वाले बादल विकसित हो सकते हैं।
सोर्स- इंटरनेट
देहरादून में आज (सोमवार) अधिकतम तापमान 33°C और न्यूनतम तापमान 23°C रहने की संभावना है। वहीं, रविवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 32.9°C और न्यूनतम तापमान 22.2°C दर्ज किया गया था। पंतनगर में अधिकतम तापमान 33.4°C और न्यूनतम तापमान 24°C था। मुक्तेश्वर में अधिकतम तापमान 25°C और न्यूनतम तापमान 12.3°C दर्ज किया गया, जबकि नई टिहरी का अधिकतम तापमान 23.7°C और न्यूनतम तापमान 15°C था।
उत्तराखंड सरकार ने मौसम विभाग की चेतावनी के बाद अधिकारियों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में आपातकालीन सेवाओं को मजबूत करने के लिए योजनाएं तैयार की हैं, ताकि किसी भी आपदा से निपटा जा सके।
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उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी से पर्यटकों को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है, जबकि राज्य में उमस और गर्मी के कारण लोगों को शारीरिक परेशानी हो सकती है। वहीं, भारी बारिश से सड़कों के बंद होने, यातायात में रुकावट, और निचले इलाकों में जलभराव की समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं।
प्रशासन ने लोगों से सावधान रहने और अत्यधिक बारिश के दौरान यात्रा से बचने की अपील की है। साथ ही, आपातकालीन बचाव दल को तैयार रखा गया है, ताकि किसी भी स्थिति में त्वरित सहायता दी जा सके।