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उत्तराखंड के 25वें स्थापना दिवस पर रामनगर और कालाढूंगी में आंदोलनकारियों को सम्मानित किया गया। कुछ नेताओं ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया। दर्जा राज्य मंत्री सुरेश भट्ट ने सरकार की प्रतिबद्धता जताई और आंदोलनकारियों की लंबित मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया।
रामनगर में राज्य आंदोलनकारियों का सम्मान (सोर्स- डाइनामाइट न्यूज़)
Nainital: उत्तराखंड राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर प्रदेश सरकार ने रजत जयंती महोत्सव के तहत राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित करने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए। इस क्रम में 8 नवंबर को कालाढूंगी और रामनगर तहसील में संयुक्त रूप से कार्यक्रम हुए। रामनगर तहसील के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में आंदोलनकारियों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में रामनगर और कालाढूंगी के कुल 94 आंदोलनकारी सम्मानित हुए। रामनगर तहसील में कुल 64 आंदोलनकारी चिन्हित किए गए थे, जबकि कालाढूंगी तहसील में 30 आंदोलनकारी शामिल थे।
रामनगर तहसील से सम्मान प्राप्त करने वालों में प्रमुख नाम थे- स्वर्गीय सुमित्रा वृष्टि के पुत्र संजय बिष्ट, स्वर्गीय सुरेश गुप्ता की पत्नी बृजेश गुप्ता और स्वर्गीय ओमप्रकाश सारस्वत के पुत्र अखिलेश प्रताप सारस्वत।
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वहीं कालाढूंगी तहसील से सम्मान प्राप्त करने वाले आंदोलनकारियों में स्वर्गीय गंगा पाठक के पुत्र सोनू पाठक, नवीन चंद्र भट्ट, चंद्रशेखर डुंगरियाल और तारा नेगी का नाम शामिल है। सम्मान समारोह में तहसील स्तर के अधिकारियों और कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
उत्तराखंड स्थापना दिवस पर रामनगर और कालाढूंगी में आंदोलनकारियों का सम्मान किया गया। कुछ ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया। देखें कैसे राज्य मंत्री सुरेश भट्ट ने लंबित मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया।#Uttarakhand #StatehoodDay #Ramnagar pic.twitter.com/fW49pYDa31
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) November 8, 2025
हालांकि, इस सम्मान कार्यक्रम का विरोध करने वाले आंदोलनकारी भी थे। कुछ आंदोलनकारियों ने सरकार के बहिष्कार का निर्णय लिया और कहा कि वे सम्मान के भूखे नहीं हैं। उनका कहना था कि सरकार को उनके लंबे समय से चली आ रही मांगों को पूरा करना चाहिए।
इस बहिष्कार के चलते कार्यक्रम में कुछ आंदोलनकारियों की अनुपस्थिति रही, लेकिन जिन लोगों ने सम्मान ग्रहण किया, उन्होंने अपने परिवार और जिले के साथियों के लिए यह गौरवपूर्ण क्षण माना।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और दर्जा राज्य मंत्री सुरेश भट्ट ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए राज्य निर्माण में शहादत देने वाले आंदोलनकारियों को नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने पूर्व में भी उनकी मांगों को पूरा किया है और अब जो भी लंबित मांगें हैं, उनका निपटारा किया जाएगा।
सुरेश भट्ट ने यह भी कहा कि आंदोलनकारियों की भावनाओं का सम्मान करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार हमेशा उनके हितों और सम्मान का ख्याल रखेगी।
उत्तराखंड के 25वें स्थापना दिवस (सोर्स- डाइनामाइट न्यूज़)
कार्यक्रम में कई प्रशासनिक अधिकारी और गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इनमें प्रमुख थे
1. रामनगर एसडीएम प्रमोद कुमार
2. तहसीलदार मनीषा मारकाना
3. कालाढूंगी एसडीएम विपिन चंद्र पंत
4. ब्लॉक प्रमुख मंजू नेगी
5. ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी
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उपस्थित सभी अधिकारियों ने आंदोलनकारियों के प्रति सम्मान व्यक्त किया और कहा कि उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
उत्तराखंड के गठन में जिन आंदोलनकारियों ने संघर्ष और शहादत दी, उनके सम्मान से नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है। यह समारोह न केवल उनके योगदान को याद करने का माध्यम है, बल्कि सरकार और समाज को यह भी याद दिलाता है कि उनके प्रयासों की वजह से आज उत्तराखंड एक स्वतंत्र राज्य के रूप में स्थापित हुआ।