Ramnagar: उत्तराखंड के रामनगर शहर में दो दिन पूर्व एक नाबालिग छात्रा के लव जिहाद के जाल में फंसने का मामला सामने आया, जिससे क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया। इस घटना के विरोध में रविवार को विभिन्न हिंदूवादी संगठनों ने शहीद पार्क लखनपुर से लेकर रानीखेत रोड तक जुलूस निकाला और एमपी इंटर कॉलेज के पास लव जिहाद का पुतला फूंका।
क्या है मामला ?
जानकारी के अनुसार, यह नाबालिग छात्रा कक्षा 8 में पढ़ाई कर रही थी और एक कोचिंग सेंटर में जाती थी। वहां उसकी मुलाकात एक मुस्लिम छात्रा से हुई, जिसने उसे अपने समुदाय के युवक से मिलवाया। बाद में उस युवक ने नाबालिग को अपनी प्रेम जाल में फंसा लिया। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें दिखाया गया कि इस किशोरी को बुर्का पहनाया गया था।
Nainital Love Jihad: रामनगर में लव जिहाद का मामला, हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश
कैसे पकड़ा गया आरोपी ?
➡️रामनगर में लव जिहाद के खिलाफ हिंदूवादी संगठनों का विरोध प्रदर्शन
➡️23 सितंबर को विशाल प्रदर्शन का ऐलान
➡️घटना के विरोध में कार्रवाई की मांग
➡️आरोपी पर कड़ी सजा की आवाज#RamnagarProtest #LoveJihad #JusticeForVictims pic.twitter.com/OYTJvVNIT8
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 21, 2025
जब यह किशोरी घर से कॉलेज के लिए निकली थी, तो वह घर वापस नहीं आई। परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की और पुलिस को सूचित किया। बाद में किशोरी को उस युवक के घर से बरामद किया गया, जिससे आक्रोश फैल गया। इस घटना के बाद हिंदूवादी संगठनों ने इसका विरोध किया और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष मदन जोशी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की है कि इस घटना में शामिल आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की जाए। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात की और कहा कि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए।
आरती रावत उपाध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद ने भी इस मामले की कड़ी निंदा की और कहा कि ऐसे मामलों में जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए।
Nainital News: रामनगर में तंमचे का खौफ दिखाने वाला आरोपी दबोचा
विशाल प्रदर्शन का ऐलान
इस घटना के विरोध में 23 सितंबर को रामनगर में एक विशाल प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। इस प्रदर्शन के जरिए हिंदूवादी संगठन यह संदेश देना चाहते हैं कि वे लव जिहाद की घटनाओं के खिलाफ हैं और इन घटनाओं को अंजाम देने वालों को चेतावनी देना चाहते हैं। हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं समाज में अशांति फैलाती हैं और समाज के पारंपरिक मूल्यों के खिलाफ होती हैं।

