Uttarakhand News: देहरादून में हरीश रावत की काफल पार्टी, वोकल फॉर लोकल का दिया संदेश

देहरादून के हरिद्वार बाइपास स्थित नीरजा ग्रीन्स में रविवार को हरीश रावत ने काफल पार्टी में एक तीर से कई निशाने साधे है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Jay Chauhan
Updated : 19 May 2025, 2:44 PM IST
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देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत ने रविवार शाम को आयोजित काफल पार्टी में पलायन और स्थानीय उत्पादों की उपेक्षा पर चिंता जाहिर की। उन्होंने वोकल फोर लोकल का संदेश दिया। इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर सेना का सम्मान भी किया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार रावत ने कहा कि स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उन्होंने यह काफल पार्टी आयोजित की। उन्होंने एलान किया अगले साल से तिमला व बेडू पार्टी भी शुरू करेंगे।

हरीश रावत ने काफल पार्टी में सेना की तारीफ (इमेज सोर्स-इंटरनेट)

रावत ने कहा कि खुशी इस बात की है कि राजधानी देहरादून की सड़कों पर काफल 600 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। हमने अपनी सरकार के समय 2014 में मंडुवे की बात की। जिसका मजाक बनाया गया। आज वही लोग मंडुवे को मिलेट कह रहे हैं।

उन्होंने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि मोटे अनाज के गीत गाए जा रहे हैं, लेकिन मंडुवा, झंगोरा नेपाल से खरीदा जा रहा है। नदी-घाटियों में अंधाधुंध ढंग से बड़े भवन व होटलों का निर्माण चिंता बढ़ा रहा है।

हरीश रावत की काफल पार्टी

इस बीच उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए भारतीय सेना के शौर्य व पराक्रम को सैल्यूट करने के साथ ही 22 पूर्व सैनिकों को सम्मानित भी किया। साथ ही पहाड़ से निरंतर हो रहे पलायन की पीड़ा को उकेरा तो स्थानीय उत्पादों की उपेक्षा को लेकर तंज भी कसा।

पलायन पर उन्होंने कहा कि निर्जन गांव, बाखली की चर्चा कर वह किसी के मुंह का स्वाद नहीं बिगाड़ना चाहते, लेकिन अगले पांच-दस साल पहाड़ के गांवों में जंगली जानवर नृत्य करते रहे तो उत्तराखंडी संस्कृति पुस्तकों में ढूंढनी पड़ेगी।

कार्यक्रम में पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने पहाड़ी नमक के साथ काफल का मजा लिया। इसके अलावा नींबू व गन्ने के रस से बने चूक व पुदीने की चटनी से पकौड़ों का स्वाद लिया। हरीश रावत ने काफल पार्टी में आए लोगों की खूब आवभगत की। पूरे कार्यक्रम में वह एक मेजबान की भूमिका में दिखे। पार्टी के सभी बड़े नेताओं को हाथ पकड़कर मंच तक लेकर गए।

बता दें कि काफल उत्तराखंड के जंगलों में पाया जाने वाला बेहद रसीला फल है। पार्टी में काफल के फल अल्मोड़ा के सल्ट क्षेत्र से मंगाए गए थे।

काफल पार्टी में विधायक प्रीतम सिंह, पूर्व विधायक शूरवीर सिंह सजवाण, मनोज रावत व हीरा सिंह बिष्ट, ब्रह्म्स्वरूप ब्रह्मचारी समेत अन्य कांग्रेस नेता उपस्थित रहे।

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