

उत्तराखंड के चंपावत में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न हुए, जिसमें कांग्रेस ने विकासखंड पाटी में जबरदस्त जीत हासिल की। शंकर सिंह अधिकारी प्रमुख पद पर विजेता बने, भाजपा को मात्र चार वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा।
पाटी में कांग्रेस ने मारी बाजी
Champawat: उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न हो चुके हैं और विकासखंड पाटी से कांग्रेस की शानदार जीत देखने को मिली है। यहां कांग्रेस प्रत्याशी शंकर सिंह अधिकारी ने प्रमुख पद पर जीत दर्ज की, वहीं भाजपा को मात्र चार वोटों के अंतर से संतोष करना पड़ा। इस जीत से कांग्रेस ने क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत कर दी है।
विकासखंड पाटी के 40 सदस्यीय क्षेत्र पंचायत चुनाव में कुल 36 सदस्य कांग्रेस के पक्ष में रहे। प्रमुख पद के लिए लोहाघाट के विधायक खुशाल सिंह अधिकारी के सुपुत्र शंकर सिंह अधिकारी ने भारी मतों के अंतर से जीत हासिल की। साथ ही, जेष्ठ प्रमुख के लिए खड़क सिंह और कनिष्ठ प्रमुख के लिए नेहा बगौंटी ने भी विजयी होने का परचम फहराया। इस जीत ने कांग्रेस के लिए नए राजनीतिक अध्याय की शुरुआत की है।
पाटी विकासखंड के चुनाव परिणामों ने कांग्रेस की स्थिति को मजबूत किया है। 40 सदस्यीय क्षेत्र पंचायत में 36 सीटें जीतना यह दर्शाता है कि जनता में कांग्रेस के प्रति विश्वास और समर्थन बढ़ रहा है। विशेष रूप से प्रमुख पद पर शंकर सिंह अधिकारी की जीत से यह साफ होता है कि स्थानीय जनता ने कांग्रेस को अपनी उम्मीदों के मुताबिक चुना है।
जीत का जश्न मनाते लोग
शंकर सिंह अधिकारी, जो लोहाघाट विधायक खुशाल सिंह अधिकारी के पुत्र हैं, ने अपने जनाधार और प्रभावशाली अभियान के दम पर भारी मतों से जीत हासिल की। उनकी यह जीत भाजपा खेमे के लिए एक बड़ा झटका साबित हुई है, जिसने केवल चार वोटों के अंतर से हार माननी पड़ी।
जेष्ठ प्रमुख के लिए खड़क सिंह और कनिष्ठ प्रमुख के पद के लिए नेहा बगौंटी ने भी चुनाव जीते हैं। इन दोनों ने अपने-अपने क्षेत्र में जनता का समर्थन प्राप्त किया और जीत हासिल की। यह कांग्रेस की चुनावी रणनीति और संगठनात्मक मजबूती का परिणाम है।
भाजपा के लिए इस चुनाव में हार के चार वोट के अंतर से निपटना चुनौतीपूर्ण साबित हुआ है। यह दर्शाता है कि पार्टी को क्षेत्र में अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करने और संगठन को मजबूत करने की जरूरत है। कांग्रेस की इस मजबूत पकड़ के सामने भाजपा को अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच समन्वय बढ़ाना होगा ताकि भविष्य के चुनावों में बेहतर प्रदर्शन किया जा सके।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव राज्य के लोकतांत्रिक तंत्र को सुदृढ़ करने का माध्यम हैं। पाटी विकासखंड में हुई इस चुनावी लड़ाई ने स्थानीय प्रशासन और विकास के लिए जनता की पसंद को उजागर किया है। पंचायत चुनाव से स्थानीय स्तर पर विकास कार्यों को गति मिलेगी और जनता की समस्याओं का समाधान बेहतर तरीके से होगा।
इस चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस को क्षेत्र में और मजबूती मिलने की संभावना है। शंकर सिंह अधिकारी जैसे युवा नेता क्षेत्र में नई ऊर्जा के साथ विकास कार्यों को आगे बढ़ाएंगे। वहीं भाजपा को पुनर्गठन कर जनता के विश्वास को हासिल करना होगा ताकि आने वाले चुनावों में मुकाबला किया जा सके।