

विकास नगर की ग्राम पंचायत एटन बाग की महिलाएं पुलिस तानाशाही और पूर्व प्रधान के उत्पीड़न के खिलाफ तहसील विकासनगर में प्रदर्शन कर रही हैं। उनका आरोप है कि पुलिस फर्जी मुकदमे दर्ज कर रही है और उनके कार्यकर्ताओं पर हमला किया जा रहा है।
एटन बाग की महिलाओं का पुलिस तानाशाही के खिलाफ प्रदर्शन
Dehradun: विकास नगर के ग्राम पंचायत एटन बाग की महिलाओं ने नवनिर्वाचित प्रधान नेहा राहुल वर्मा के नेतृत्व में तहसील विकासनगर पर जोरदार प्रदर्शन किया। महिलाओं का कहना है कि पुलिस उनकी आवाज दबाने के लिए फर्जी मुकदमे दर्ज कर रही है और पूर्व प्रधान के गुंडों के द्वारा उनके कार्यकर्ताओं पर हमला किया जा रहा है।
प्रदर्शनकारी महिलाओं का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है और पूर्व प्रधान के साथ मिलकर उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है। प्रदर्शन के दौरान प्रधान नेहा राहुल वर्मा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनके कार्यकर्ताओं के खिलाफ पूर्व प्रधान और उनके साथियों द्वारा न केवल मारपीट की जा रही है, बल्कि उन्हें घरों में घुसकर पीटा जा रहा है।
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प्रधान ने आगे कहा कि एक बुजुर्ग व्यक्ति का हाथ तोड़ दिया गया है और एक छोटे बच्चे को भी शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले में निष्क्रिय है और दोषियों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठा रही है। उनका कहना था, "पुलिस और पूर्व प्रधान के बीच मिलीभगत है, जिस वजह से हम पर झूठे मुकदमे लगाए जा रहे हैं। हम यह तानाशाही बर्दाश्त नहीं करेंगे।
प्रदर्शन में शामिल महिलाओं का कहना था कि इस प्रकार के अत्याचारों का सामना वे पिछले कुछ समय से कर रही हैं और अब वे अपनी आवाज उठाने के लिए मजबूर हो गई हैं। उन्होंने इस प्रदर्शन के माध्यम से प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
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नेहा राहुल वर्मा ने यह भी कहा कि उनका संघर्ष सिर्फ अपनी पंचायत की महिलाओं के अधिकारों के लिए नहीं, बल्कि पूरे विकास नगर क्षेत्र में पुलिस तानाशाही के खिलाफ है। उन्होंने यह भी बताया कि उनका यह विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती और पुलिस की भूमिका पर सवाल नहीं उठाया जाता।
ग्राम पंचायत एटन बाग की महिलाएं यह कहती हैं कि पुलिस और प्रशासन की ओर से उन्हें न्याय नहीं मिल रहा और वे अब इस अन्याय को सहन नहीं कर सकतीं। महिलाएं मांग करती हैं कि प्रशासन तत्काल प्रभाव से इस मामले की जांच करे और दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाए।