

हरिद्वार के गंगा घाटों पर 26 जुलाई को विशेष स्वच्छता अभियान को लेकर अब प्रशासन, पुलिस, संत समाज और जनता एक साथ आएंगे आगे। इसकी तैयारी को लेकर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में एचआरडीए सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने की बैठक
Haridwar: पवित्र मां गंगा की निर्मलता और स्वच्छता बनाए रखने के उद्देश्य से 26 जुलाई को हरिद्वार के सभी प्रमुख घाटों और कावड़ यात्रा मार्ग पर विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान प्रातः 7:30 बजे से शुरू होगा। इसकी तैयारी को लेकर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में एचआरडीए सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले के सभी जोनल और नोडल अधिकारी, पुलिस प्रशासन, नगर निगम, एचआरडीए, स्वास्थ्य विभाग सहित विभिन्न विभागों और समाज के प्रतिनिधि शामिल हुए।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमिंदर सिंह डोभाल, हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह, मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोड़े, मुख्य नगर आयुक्त नंदन कुमार, डीएफओ वैभव कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, एसपी सिटी पंकज गैरोला, एचआरडीए सचिव मनीष कुमार, आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी दीक्षित ने कहा कि मां गंगा देश की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान हैं। उनकी स्वच्छता केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं बल्कि हर नागरिक का नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अभियान को पूरी गंभीरता और समर्पण के साथ संचालित किया जाए। सभी जोनल और नोडल अधिकारी अपने क्षेत्र में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करें और आपसी समन्वय से काम करें।
जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि जिस तरह कांवड़ मेले को सभी विभागों और जनता के सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न कराया गया, उसी भावना से गंगा घाटों की सफाई भी जन सहयोग से सफल बनेगी। उन्होंने संत समाज, व्यापारी संगठन, स्वयंसेवी संस्थाओं और आश्रमों के प्रतिनिधियों से अपील की कि वे इस अभियान को जन आंदोलन का रूप दें।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमिंदर सिंह डोभाल ने कहा कि पुलिस प्रशासन इस अभियान में पूरा सहयोग देगा। उन्होंने कहा कि गंगा केवल हरिद्वार की ही नहीं बल्कि पूरे देश की आस्था का केंद्र है। इसे स्वच्छ रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। पुलिस बल, होमगार्ड और सिविल डिफेंस के जवान भी इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएंगे। प्रशासन को उम्मीद है कि इस पहल से मां गंगा की स्वच्छता को लेकर लोगों में जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना और मजबूत होगी।