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रामनगर में विकास प्राधिकरण को हटाने की मांग फिर जोर पकड़ गई है। ब्लॉक प्रमुखों और पंचायत प्रतिनिधियों ने तहसील में उपवास और धरना देकर सरकार को चेतावनी दी। जनता का आरोप है कि प्राधिकरण भ्रष्टाचार और अति नियमन का केंद्र बन चुका है।
रामनगर में विकास प्राधिकरण हटाने की मांग तेज
Nainital: रामनगर में जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग जोर पकड़ रही है। बुधवार को तहसील परिसर में ब्लॉक प्रमुख मंजू नेगी और जेष्ठ ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी के नेतृत्व में धरना और उपवास आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम स्थानीय जनता, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों की भागीदारी के साथ हुआ।
धरने में हिस्सा लेने वालों का कहना था कि विकास प्राधिकरण स्थानीय लोगों के लिए परेशानी और उत्पीड़न का मुख्य केंद्र बन गया है। संजय नेगी ने कहा कि लगभग 70% क्षेत्र को प्राधिकरण के अधीन लाने से ग्रामीणों पर भारी बोझ पड़ा है। उन्होंने बताया कि फल पट्टी से लेकर गांवों तक, भवन निर्माण, दुकान, होमस्टे और घर बनाने जैसी सामान्य गतिविधियां भी मुश्किल हो गई हैं।
संजय नेगी ने आरोप लगाया कि प्राधिकरण की प्रक्रियाएं अत्यंत जटिल हैं और लोग महीनों तक फाइलों के चक्कर काटते रहते हैं, लेकिन नक्शा पास नहीं हो पाता। उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि रिश्वत मांगना आम बात हो गई है और कई बार पैसे देने के बाद भी फाइलें दबा दी जाती हैं।
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धरने में नेताओं ने बताया कि प्राधिकरण लोगों के भवनों को सील करने की धमकियां भी देता है। संजय नेगी ने कहा कि पहले भी प्राधिकरण हटाने के लिए सांकेतिक धरना दिया गया था, लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस बार एक दिन के उपवास और धरने के जरिए उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
जनता और प्रतिनिधियों ने उठाई आवाज
संजय नेगी ने सांसद अनिल बलूनी और विधायक दीवान सिंह बिष्ट को भी निशाने पर लिया। उनका कहना था कि संसदीय चुनाव के डेढ़ साल बाद भी सांसद रामनगर की समस्याओं पर कभी चर्चा करने नहीं आए। उन्होंने राजस्व ग्राम बनाने का वादा याद दिलाया, जो आज तक केवल वादा ही है।
विधायक पर भी सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा में जनता की समस्याओं पर कोई सवाल नहीं उठाया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जनता की आवाज नहीं सुनी गई तो 2027 के चुनाव में इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।
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धरना स्थल पर मौजूद लोगों ने जोर देकर कहा कि प्राधिकरण को रामनगर से तुरंत हटाया जाए और जनता पर हो रहे उत्पीड़न को बंद किया जाए। उनके अनुसार, यह कदम स्थानीय लोगों के जीवन को आसान बनाने और विकास में बाधा नहीं डालने के लिए जरूरी है।
संजय नेगी ने कहा कि जनता अब और इंतजार नहीं करेगी। उन्होंने सरकार और अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर सुधार नहीं हुआ, तो रामनगर में बड़े पैमाने पर आंदोलन होगा।