

गढ़वाल वन प्रभाग के अंतर्गत पोखड़ा रेंज के श्रीकोट गांव में मंगलवार सुबह एक गुलदार पिंजरे में कैद हो गया। यह गुलदार आदमखोर है अथवा नहीं, इसकी पुष्टि के लिए पशु चिकित्सक द्वारा आवश्यक सैंपल लिए जाएंगे। पढ़ें पूरी खबर
गांव में पकड़ा गया गुलदार
पौड़ी गढ़वाल: गढ़वाल वन प्रभाग के अंतर्गत पोखड़ा रेंज के श्रीकोट गांव में मंगलवार सुबह एक गुलदार पिंजरे में कैद हो गया। यह गुलदार आदमखोर है अथवा नहीं, इसकी पुष्टि के लिए पशु चिकित्सक द्वारा आवश्यक सैंपल लिए जाएंगे। ग्रामीणों और प्रशासन ने राहत की सांस ली है, क्योंकि हाल ही में इसी गांव में गुलदार के हमले में चार वर्षीय बालिका की दर्दनाक मौत हो गई थी।
प्रशासन और वन विभाग तुरंत हरकत
जानकारी के अनुसार, घटना के बाद जिला प्रशासन और वन विभाग तुरंत हरकत में आ गए थे। जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर गांव में तीन पिंजरे स्थापित किए थे। साथ ही ड्रोन कैमरा और ट्रैप कैमरे भी लगाए गए ताकि गुलदार की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। इसके अतिरिक्त ट्रैंकुलाइज स्नाइपर भी तैनात किए गए थे।
अभियान में स्थानीय लोगों का भी सहयोग
जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने बताया कि प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और वन विभाग ने संयुक्त रूप से आवश्यक विधिक कार्रवाई पूरी की। गांव में लगातार वन विभाग की टीम गश्त कर रही थी। इस अभियान में स्थानीय लोगों का भी सहयोग मिला। उन्होंने कहा कि टीमवर्क और तत्परता के कारण ही गुलदार को पकड़ने में सफलता मिली।
30 मीटर की दूरी पर लगे पिंजरे में कैद
डीएफओ जीवन मोहन दगाड़े ने बताया कि गुलदार घटना स्थल से लगभग 30 मीटर की दूरी पर लगे पिंजरे में कैद हुआ। उन्होंने कहा कि अब गुलदार का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा और उसकी उम्र तथा शारीरिक स्थिति का आकलन किया जाएगा। इससे यह स्पष्ट होगा कि यह वही गुलदार है या नहीं जिसने बालिका पर हमला किया था।
गुलदारों की मौजूदगी की आशंका
ग्रामीणों का कहना है कि गुलदार के पकड़ने से उन्हें राहत तो मिली है, लेकिन अभी भी इलाके में और गुलदारों की मौजूदगी की आशंका बनी हुई है। वन विभाग का कहना है कि निगरानी अभियान जारी रहेगा और जरूरत पड़ने पर और पिंजरे भी लगाए जाएंगे।
बालिका की मौत से ग्रामीणों में भारी आक्रोश
उल्लेखनीय है कि श्रीकोट गांव और आसपास के क्षेत्र में पिछले कई महीनों से गुलदार की दहशत बनी हुई थी। बालिका की मौत ने ग्रामीणों में भारी आक्रोश और भय का माहौल पैदा कर दिया था। प्रशासन ने जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए तुरंत कार्रवाई की और अब गुलदार के पिंजरे में कैद होने से लोगों ने राहत की सांस ली
Maharajganj News: महराजगंज में शिक्षा का मंदिर हुआ बदहाली का शिकार; जलभराव से बच्चें बेहाल