

भीमताल की यूनिवर्सिटी में बीसीए की छात्रा की संदिग्ध मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फांसी से मौत की पुष्टि हुई, लेकिन परिवार का कहना है कि बेटी ने एक दिन पहले डर के मारे वीडियो भेजा था। पुलिस जांच में रैगिंग का कोई सबूत नहीं मिला, पर परिवार निष्पक्ष जांच चाहता है।
भीमताल में छात्रा की संदिग्ध मौत
Nainital: नैनीताल जिले के भीमताल की एक नामी यूनिवर्सिटी में पढ़ रही लखनऊ की छात्रा की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है। बीते दिन आई रिपोर्ट में यह साफ हो गया है कि छात्रा की मौत फांसी लगाने से हुई। घटना के बाद से छात्रा के परिवार वाले सदमे में हैं और उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
बता दें कि छात्रा बीसीए के दूसरे साल की पढ़ाई कर रही थी और बुधवार को उसका शव हॉस्टल के कमरे में मिला था। इसके बाद परिजन तुरंत हल्द्वानी पहुंचे और बेटी के साथ रैगिंग होने का आरोप लगाया। परिवार का कहना था कि बेटी ने घटना से एक दिन पहले डर के मारे एक वीडियो भी भेजा था जिसमें वह काफी सहमी हुई लग रही थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने छात्रा के दोस्तों से पूछताछ शुरू की और पूरी जांच में यह बात सामने आई कि रैगिंग जैसी कोई बात फिलहाल नहीं पाई गई है। पुलिस के मुताबिक परिजनों की तहरीर पर जांच शुरू की गई थी और सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर बयान लिए गए।
इस पूरे मामले में पुलिस ने छात्रा का पोस्टमार्टम हल्द्वानी में वीडियोग्राफी के बीच डॉक्टरों के पैनल से कराया। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके की छानबीन की है और छात्रा के शरीर के जरूरी हिस्सों को जांच के लिए सुरक्षित रख लिया गया है जिससे आगे की रिपोर्ट से कुछ और जानकारी मिल सके।
एसपी क्राइम जगदीश चंद्र का कहना है कि छात्रा की मौत आत्महत्या का मामला लग रहा है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी फांसी की पुष्टि हुई है। हालांकि छात्रा के पिता का कहना है कि उनकी बेटी कभी ऐसा कदम नहीं उठा सकती थी इसलिए उन्हें शक है कि उसके साथ कुछ गलत हुआ है। परिवार अब भी यही चाहता है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और अगर किसी की लापरवाही या साजिश सामने आती है तो उस पर कार्रवाई हो।
फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच में जुटी हुई है और छात्रा के मोबाइल से लेकर हॉस्टल के सीसीटीवी फुटेज तक हर चीज की बारीकी से जांच की जा रही है।