

नैनीताल में तेज बारिश के दौरान कुछ नाव चालकों ने पर्यटकों की जान को खतरे में डाला। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी नावों को रुकवाया और नाव चालकों को सख्त हिदायत दी कि वे पर्यटकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
नैनीताल में बारिश के बीच नाव चालकों ने पर्यटकों की जान को किया खतरे में (IMG- Internet)
Nainital: नैनीताल में लगातार हो रही तेज बारिश के बीच भी कुछ नाव चालकों ने अपनी कमाई के लालच में पर्यटकों की जान जोखिम में डाल दी। बीते दिनों भी मल्लीताल और तल्लीताल बोट स्टैंड पर जबरदस्त बारिश के दौरान नाव चालकों को बोटिंग कराते देख प्रशासन सक्रिय हुआ और एसडीएम नवाजिश खलिक के निर्देश पर झील में चल रही सभी नावों को तत्काल रोक दिया गया।
दरअसल, सोमवार रात से नैनीताल में मूसलधार बारिश हो रही है और मंगलवार को भी पूरे दिन मौसम बिगड़ा रहा। बावजूद इसके कुछ नाव चालक पर्यटकों को यह कहकर झील में ले जा रहे थे कि नावें पूरी तरह सुरक्षित हैं। लेकिन सच्चाई ये रही कि कई नावों से गद्दियां हटा दी गई थीं और पर्यटकों को लाइफ जैकेट तक नहीं पहनाई गई थी। कुछ पर्यटक तो पॉलीथिन की बरसातियों में बच्चों के साथ नाव की सवारी कर रहे थे। इससे कोई बड़ा हादसा हो सकता था।
जब यह मामला प्रशासन की नजर में आया तो एसडीएम ने तुरंत पालिका अधिकारियों से संपर्क कर झील में चल रही सभी नावों को रुकवाया और साफ आदेश दिया कि बारिश या खराब मौसम के दौरान नौकायन पूरी तरह बंद रहेगा। नाव चालकों को भी सख्त हिदायत दी गई है कि किसी भी हालात में पर्यटकों की जान से खिलवाड़ न किया जाए।
उन्होंने कहा कि अगर मौसम खराब हो, तो नाव चालकों को नौकायन बंद कर देना चाहिए, और लाइफ जैकेट जैसी सुरक्षा उपायों का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य है। इसके अलावा, प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया कि नाव चालकों को पुनः ऐसी लापरवाही करने पर सख्त कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
प्रशासन ने सभी पर्यटकों से अपील की है कि वे हमेशा अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें। अगर मौसम खराब हो, तो नौकायन से बचें और किसी भी हालत में नाव पर बैठने से पहले यह सुनिश्चित करें कि सुरक्षा उपकरण जैसे लाइफ जैकेट उपलब्ध हों। साथ ही, मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, आगामी दिनों में भी भारी बारिश का अनुमान है, इसलिए सभी पर्यटकों को जल्द से जल्द वापसी की सलाह दी गई है।
नैनीताल जैसे पर्यटन स्थल पर पर्यटकों की सुरक्षा सबसे अहम है। प्रशासन ने इस घटना से सबक लेते हुए अपनी सुरक्षा योजनाओं को और सख्त कर दिया है, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही से किसी की जान जोखिम में न पड़े।