

वंदना कटारिया स्टेडियम का नाम बदलने पर कांग्रेस का विरोध शुरु हो गया हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
हरिद्वार: हरिद्वार में कांग्रेस नेता वीरेंद्र सिंह रावत ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि सरकार विकास कार्यों की बजाय केवल नाम बदलने में जुटी है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश का नाम रोशन करने वाली अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया के नाम पर बने स्टेडियम का नाम बदला जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, जिसका कांग्रेस विरोध कर रही है।
प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकार यदि खेल सुविधाएं बढ़ाना चाहती है तो नया स्टेडियम बनाए, लेकिन पहले से मौजूद स्टेडियम का नाम बदलना सरासर गलत है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यह निर्णय वापस नहीं लिया गया तो कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे। वर्तमान में भी कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर बैठे हैं।
रावत ने यह भी कहा कि प्रदेश में आपराधिक गतिविधियों में तेजी से वृद्धि हो रही है, लेकिन सरकार इसे रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। उन्होंने जानकारी दी कि विभिन्न सरकारी विभागों में 84 हजार पद खाली हैं, जिनकी भर्ती के लिए सरकार गंभीर नहीं दिख रही। लक्सर में हो रहे अवैध खनन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व डंपर की चपेट में आकर एक युवक की मौत हो गई, लेकिन सरकार की ओर से पीड़ित परिवार को अब तक मुआवजा नहीं दिया गया।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राव आफाक अली, पूर्व एमएलसी रामयश सिंह, महेश प्रताप राणा और राजवीर सिंह चौहान सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने भी वंदना कटारिया स्टेडियम का नाम बदले जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने इसे हरिद्वार की 'दलित बेटी' का अपमान बताया और कहा कि कांग्रेस इस फैसले का हर स्तर पर विरोध करेगी।
प्रेसवार्ता में बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें विमला पांडेय, अंजू मिश्रा, संतोष चौहान, रविश भटीजा, कपिल पाराशर, विकास सिंह, लता जोशी, रचना सिंह, सुखपाल जायसवाल, मार्कण्डेय सिंह, उपेन्द्र कुमार, दीपक कपूर और अन्य प्रमुख नेता शामिल थे।