

भगवानपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस खेमे के करीबी माने जाने वाले अमित कुमार के भीम आर्मी में शामिल होने से राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।
अमित कुमार भीम आर्मी में शामिल
Haridwar: भगवानपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक ममता राकेश के करीबी माने जाने वाले अमित कुमार के भीम आर्मी में शामिल होने से राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े रहे अमित कुमार अब सामाजिक न्याय और बहुजन समाज के हक में संघर्षरत संगठन भीम आर्मी के साथ अपनी राजनीतिक पारी को नए रूप में शुरू कर रहे हैं।
भीम आर्मी में शामिल होते ही अमित कुमार ने अपने इरादे स्पष्ट करते हुए कहा कि अब उनका लक्ष्य बहुजन समाज के हक और सम्मान की लड़ाई को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि वर्षों से वे सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे हैं, लेकिन अब उन्हें महसूस हुआ कि जमीनी स्तर पर बदलाव के लिए एक सशक्त मंच की आवश्यकता है, जो उन्हें भीम आर्मी में दिखाई दिया। इस नई भूमिका में वे दलित, पिछड़े और वंचित समाज के मुद्दों को प्रमुखता से उठाने का काम करेंगे।
अमित कुमार की इस नई पारी से कांग्रेस के अंदर असंतोष का माहौल बन गया है। कई स्थानीय कार्यकर्ता इसे "भीतरघात" मान रहे हैं और पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं कि ऐसे सक्रिय और प्रभावशाली नेताओं को संभाल पाने में विफलता क्यों हो रही है। विशेष रूप से भगवानपुर क्षेत्र में कांग्रेस की पकड़ कमजोर होने की आशंका जताई जा रही है। आगामी चुनावों में इस फैसले का असर साफ तौर पर देखा जा सकता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अमित कुमार की भीम आर्मी में एंट्री न केवल कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है, बल्कि सामाजिक समीकरणों में भी बदलाव का संकेत है। उनके इस कदम से बहुजन राजनीति को नया आयाम मिल सकता है। खासकर जब राज्य में दलित और पिछड़ा वर्ग एक निर्णायक भूमिका निभाता है, ऐसे में अमित कुमार का सक्रिय होना चुनावी समीकरणों को बदल सकता है।
भीम आर्मी ने भी अमित कुमार का जोरदार स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि उनके अनुभव और सामाजिक जुड़ाव से संगठन को नई ऊर्जा मिलेगी। अब देखना होगा कि कांग्रेस इस सियासी चुनौती का कैसे सामना करती है और अमित कुमार की नई भूमिका किस तरह बहुजन राजनीति को प्रभावित करती है।