

हरिद्वार के लालकुआं से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जिसने एक परिवार का सब कुछ छीन लिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मृतक ट्रक चालक की फाइल फोटो
हरिद्वार : प्रदेश भर में सड़क हादसों का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। आए दिन सड़क हादसों के मामले देखने और सुनने को मिल रहे हैं। जहां इसी कड़ी में एक और सड़क हादसे का मामला जुड़ गया है। टांडा जंगल, लालकुआं-रामपुर रोड पर लकड़ी कटान के दौरान एक दर्दनाक हादसे में ट्रक चालक की जान चली गई। वन विकास निगम के ठेकेदार द्वारा चल रहे लकड़ी लोडिंग कार्य के दौरान 50 वर्षीय ट्रक ड्राइवर जीशान खान ट्रक से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा कुछ दिन पहले हुआ था, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान दो दिन तक मौत से जूझने के बाद बुधवार दोपहर जीशान ने दम तोड़ दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, जीशान खान, लालकुआं नगर के हाथीख़ाना, संजयनगर इलाके के निवासी थे। उनकी असामयिक मौत ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया है। जीशान अपने पीछे पत्नी और तीन छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं। परिवार में वे ही एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे, जिससे यह हादसा पूरे परिवार के लिए गहरा संकट बन गया है।
परिजनों ने बताया कि जीशान वन विकास निगम के ठेकेदार मुख्तार अहमद के अधीन कार्यरत थे। हादसे के बाद परिजनों ने उचित मुआवजे की मांग की। बुधवार दोपहर को पीड़ित परिवार और ठेकेदार के बीच बातचीत हुई, जिसमें आपसी सहमति से मुआवजे पर समझौता हो गया। हालांकि, मुआवजे की राशि की पुष्टि नहीं की गई है, परिजनों ने इसे स्वीकार कर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया संपन्न की।
बुधवार शाम जीशान खान का अंतिम संस्कार स्थानीय कब्रिस्तान में गमगीन माहौल में किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और रिश्तेदार मौजूद रहे। यह हादसा वन निगम के कार्यों में सुरक्षा के प्रति लापरवाही को उजागर करता है। क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जाए और श्रमिकों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं। जीशान की मौत ने एक निर्धन परिवार को अंधकार में धकेल दिया है। अब देखना यह है कि प्रशासन और वन निगम इस मामले में कितनी जिम्मेदारी निभाते हैं।