

हरिद्वार के मंगलौर में पुलिस ने गुरुवार रात को आरोपियों द्वारा रची झूठी लूट की कहानी का पर्दाफाश किया जिसमें पुलिस ने बड़े चौंकाने वाले खुलाशे किये हैं।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
हरिद्वार: मंगलौर में लूट की झूठी सूचना देना एक शख्स को भारी पड़ गया। इस चौंकाने वाली घटना में पुलिस ने मात्र दो घंटे में चार लाख रुपये की कथित लूट की झूठी कहानी का पर्दाफाश कर दिया। पूरा मामला तब सामने आया जब गुरुवार रात को मुर्सलीन नामक युवक ने पुलिस की इमरजेंसी सेवा 112 नंबर पर फोन कर लूट की सूचना दी। युवक ने दावा किया कि ग्राम यह बोली के पास बाइक सवार बदमाशों ने उनकी ट्रैक्टर-ट्रॉली से चार लाख रुपये लूट लिए।
सूचना मिलते ही मंगलौर पुलिस तत्काल हरकत में आई और मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। घटनास्थल पर कोई चश्मदीद नहीं मिला और न ही आसपास के सीसीटीवी कैमरों में किसी तरह की लूट की पुष्टि हुई। इससे पुलिस को मामला संदिग्ध लगा और उन्होंने शिकायतकर्ता मुस्लिम व उसके साथियों से सख्ती से पूछताछ की तो पूछताछ में ये चौकाने वाला खुलासा हुआ।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार दरअसल मुस्लिम और उसके साथी मुंजी बेचकर देवबंद से लौट रहे थे। रास्ते में उनकी ट्रैक्टर ट्रॉली की एक बाइक से मामूली टक्कर हो गई। इसी झड़प के बाद बदले की भावना से मुस्लिम ने बाइक सवारों को फंसाने और किस्त के पैसे माफ कराने के इरादे से झूठी लूट की साजिश रची। लेकिन पुलिस की सतर्कता और सटीक जांच से यह योजना नाकाम हो गई।
पुलिस के सख्ती से पूछताछ करने पर सामने आया कि सूचना देने वाला मुर्सलीन और उसके साथी किसानों का करीब चार लाख रुपए का धान बेचकर उत्तर प्रदेश के देवबंद से मंगलौर की तरफ लौट रहे थे।
पुलिस ने ट्रैक्टर के टूल बॉक्स से चार लाख रुपये की पूरी रकम बरामद कर ली। इसके बाद ट्रैक्टर ट्रॉली को कब्जे में लेकर मुस्लिम, शहीद, अफजल, सद्दाम और तैमूर उर्फ भूरा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए चालान कर दिया गया। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि हरिद्वार पुलिस की सतर्कता और आधुनिक जांच प्रणाली के चलते झूठ और अपराध ज्यादा देर टिक नहीं सकते। पुलिस की तत्परता से क्षेत्र में कानून व्यवस्था को लेकर लोगों का भरोसा और भी मजबूत हुआ है।