

हरिद्वार में अवैध खनन के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई से खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया है।
अवैध खनन पर बड़ी कार्रवाई
हरिद्वार: जिले में अवैध खनन के खिलाफ प्रशासन ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की। प्रशासन ने आठ स्टोन क्रशरों को सीज कर दिया है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के नेतृत्व में खनन और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने यह छापेमारी शुक्रवार देर रात लक्सर क्षेत्र में की। इस सख्त कदम से खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार प्रशासन को लगातार अवैध खनन की शिकायतें मिल रही थीं, जिन्हें गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि खनन नियमों का उल्लंघन कर राज्य को नुकसान पहुंचाने वालों पर कोई रियायत नहीं बरती जाएगी।
जानकारी के अनुसार जिन आठ स्टोन क्रशरों को सीज किया गया है, उनमें किसान स्टोन क्रशर (ग्राम महतोली), गणपति स्टोन क्रशर (ग्राम जवाहर खान), बनिया स्टोन क्रशर (ग्राम महतोली), तुलसी स्टोन क्रशर, सूर्य स्टोन क्रशर, शुभ स्टोन क्रशर व नेशनल एसोसिएट (सभी ग्राम मुजफ्फरपुर गुजरा) और दून स्टोन क्रशर (ग्राम महतोली) शामिल हैं।
जांच में पाया गया कि ये क्रशर बिना वैध अनुमति के खनन और भंडारण कर रहे थे। इस पर सभी को तत्काल प्रभाव से सीज कर दिया गया और संबंधित ई-रवन्ना पोर्टल भी बंद कर दिए गए।
जिलाधिकारी दीक्षित ने कहा कि "जनहित और राजस्व सुरक्षा सर्वोपरि है। अवैध खनन में लिप्त कोई भी व्यक्ति कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह कार्यवाही एक बार की नहीं, बल्कि आगे भी निरंतर जारी रहेगी।
प्रशासन की इस पहल को जनता का भी समर्थन मिल रहा है। स्थानीय निवासियों ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि इससे खनन माफियाओं पर लगाम लगेगी और प्रशासन के प्रति आमजन का भरोसा बढ़ेगा।
यह छापेमारी न केवल अवैध खनन के खिलाफ एक बड़ा संदेश है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि मजबूत प्रशासनिक इच्छाशक्ति से किसी भी गैरकानूनी नेटवर्क को समाप्त किया जा सकता है।
प्राप्त शिकायतों और गुप्त सूचनाओं के आधार पर जिलाधिकारी ने कार्रवाई के निर्देश दिए।, जिसके तहत तहसील लक्सर अंतर्गत छापेमारी की गई। जिसमें अवैध खनन और अनधिकृत भंडारण में लिप्त पाए गए 8 स्टोन क्रेशर सीज कर दिए गए।