

सावन के पावन महीने में चल रहे कावड़ मेले में इस बार स्वच्छता व्यवस्था को लेकर हरिद्वार नगर निगम ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच पारंपरिक सफाई व्यवस्था के लड़खड़ाने की संभावना को देखते हुए निगम ने लाइनर बैग प्लस ड्रोन निगरानी मॉडल को लागू किया, जो अब देशभर में चर्चा का विषय बन गया है।
Haridwar: सावन के पावन महीने में चल रहे कावड़ मेले में इस बार स्वच्छता व्यवस्था को लेकर हरिद्वार नगर निगम ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच पारंपरिक सफाई व्यवस्था के लड़खड़ाने की संभावना को देखते हुए निगम ने लाइनर बैग प्लस ड्रोन निगरानी मॉडल को लागू किया, जो अब देशभर में चर्चा का विषय बन गया है।
जानकारी के अनुसार अब तक ढाई करोड़ से अधिक श्रद्धालु हरिद्वार पहुंच चुके हैं। हर रोज लाखों की संख्या में शिव भक्त हरकी पैड़ी और आसपास के घाटों पर पहुंचकर गंगा स्नान कर रहे हैं। इस अपार जनसैलाब के चलते सड़कों और घाटों पर कूड़े के ढेर लगना आम बात थी, लेकिन इस बार निगम ने कंपोस्टेबल लाइनर बैग का वितरण कर श्रद्धालुओं और दुकानदारों को कचरा निर्धारित स्थान पर डालने के लिए जागरूक किया।
इसके साथ ही निगम कर्मियों ने रात में विशेष विंडो खोलकर कूड़ा संकलन की व्यवस्था की, ताकि दिनभर का कचरा भीड़ कम होने पर उठाया जा सके।
फिजिकल निगरानी की सीमा को देखते हुए नगर निगम ने पहली बार ड्रोन निगरानी सिस्टम शुरू किया है। ड्रोन से लगातार संवेदनशील और अधिक दबाव वाले क्षेत्रों की निगरानी की जा रही है। जैसे ही किसी क्षेत्र में कचरे का जमावड़ा दिखाई देता है, वहां तत्काल सफाई कर्मियों की टीम भेजी जा रही है। इससे कूड़ा बागों में इकट्ठा कर तुरंत निस्तारित किया जा रहा है।
भारी बारिश की संभावना को देखते हुए निगम ने पंतद्वीप और लालजीवाला जैसे जल भराव संभावित क्षेत्रों में सीवर सक्शन वाहन भी तैनात किए हैं। इन पर दो पालियों में कर्मचारी मुस्तैद हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत पानी निकासी हो सके।
हरिद्वार नगर निगम का यह स्मार्ट और सस्टेनेबल मॉडल आने वाले समय में कांवड़ जैसे बड़े धार्मिक आयोजनों के लिए एक आदर्श उदाहरण बन गया है। इस पहल से श्रद्धालु भी संतुष्ट हैं और शहर की स्वच्छ छवि बनी हुई है।