

दिल्ली-एनसीआर के लोग चिपचिपी गर्मी से परेशान हैं और उमस से तरबतर हैं। लोग चिलचिलाती गर्मी से निजात के लिए मानसून की बारिश का इंतजार कर रहे हैं।
दिल्ली में इन दिन होगा मौसम सुहावना
नई दिल्ली: पहाड़ी राज्यों में जहां मानसून ने दस्तक दे दी है और मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त है वहीं मैदानी इलाकों में लोग बारिश के लिये तरस रहे है। हालांकि छिटपुट इलाकों में मध्यम दर्जे की बारिश हो रही है लेकिन उससे लोगों को गर्मी से कोई निजात नहीं मिल रही है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार हालांकि इस बीच दिल्ली-एनसीआर वाले के लिए एक राहत की खबर है। IMD के अनुसार अगले एक हफ्ते तक मौसम सुहावना बना रहेगा और लगातार हल्की बारिश होगी। 3 जुलाई से लेकर 7 जुलाई तक गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर का कहना है कि, जुलाई दिल्ली में अगस्त के बाद दूसरा सबसे अधिक बारिश वाला महीना है। दिल्ली में मानसून की वर्षा मुख्य रूप से मानसून ट्रफ (न्यून दबाव की रेखा) पर निर्भर करती है, जो सामान्यतः गंगानगर से कोलकाता तक जाती है और दिल्ली के नजदीक दक्षिण में बनी रहती है।
वर्तमान में यह ट्रफ देश के दोनों छोर पर स्थित दो चक्रवातीय परिसंचरणों को जोड़ रही है। एक परिसंचरण मध्य और दक्षिण राजस्थान पर स्थित है, जबकि दूसरा परिसंचरण झारखंड और छत्तीसगढ़ में बने पुराने निम्न दबाव क्षेत्र का शेष भाग है। जैसे-जैसे पूर्वी परिसंचरण पश्चिम की ओर बढ़ेगा, यह ट्रफ के साथ उत्तर-दक्षिण दिशा में डोलता रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार और रविवार (5-6 जुलाई) को मौसम प्रणाली दिल्ली के अधिक अनुकूल होगी, जिससे अच्छी बारिश की संभावना बनेगी। यह बरसात की गतिविधि अगले सप्ताह की शुरुआत तक भी बनी रह सकती है। 5 से 9 जुलाई के बीच लगातार बादलों और रुक-रुक कर बारिश से तापमान में गिरावट आएगी, जिससे गर्मी से राहत मिलेगी।
मौसम विज्ञान विभाग ने भी हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में अगले छह से सात दिनों में बहुत भारी बारिश की संभावना है। इस अवधि के दौरान उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में मानसून सक्रिय रहेगा।
प्रदूषण से मिली राहत
दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बुधवार को 83 रहा, जो संतोषजनक स्तर पर है। गाजियाबाद (86), ग्रेटर नोएडा (100), गुरुग्राम (53) और नोएडा (79) में भी AQI संतोषजनक रहा। अगले कुछ दिन (3-5 जुलाई) तक प्रदूषण का स्तर संतोषजनक रहने की उम्मीद है, जबकि 6 जुलाई के बाद यह संतोषजनक से सामान्य स्तर के बीच रह सकता है। हवाओं की गति गुरुवार को 8-10 किमी/घंटा और शुक्रवार-शनिवार को 10-20 किमी/घंटा रहने का अनुमान है।
दक्षिण भारत में कमजोर पड़ा मानसून
इन दिनों देश के पूर्वी, मध्य, पश्चिमी और उत्तरी भागों में मानसून अच्छी गति से सक्रिय है। उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के ज्यादातर उपमंडलों में औसत से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। लेकिन दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत की बात करें तो तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और लक्षद्वीप में मौसमी वर्षा की कमी देखी जा रही है।
तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में पहले हुई अधिशेष वर्षा अब धीरे-धीरे समाप्त हो रही है। पिछले 10 दिनों से इन क्षेत्रों में कोई बड़ी मानसूनी गतिविधि नहीं देखी गई है और यह स्थिति आने वाले दिनों में भी बनी रह सकती है।