

जन्माष्टमी के त्यौहार पर पछुआ दून का माहौल भक्तिमय और कृष्णमय हो गया है। छोटे-छोटे बच्चे श्री कृष्ण और श्री राधा रानी की ड्रेस पहन कर मन्दिरों में पहुंचे हैं।
देहरादून: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार पूरे देश में धूम धाम से मनाया जा रहा है। श्रद्धालु की भीड़ सुबह से ही मंदिरों में जुटी है। वहीं विकासनगर के मंदिरों में भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर उत्सव मनाया गया।
विकासनगर के सनातन धर्म मन्दिर, गीता भवन मन्दिर, कैनाल बायपास रोड, प्राचीन शिव मंदिर, प्राचीन गणेश मन्दिर, डाक्पतर रोड, दुर्गा माता मन्दिर में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली।
हिंदू पंचांग के अनुसार यह पर्व इस साल दो दिन मनाया जा रहा है। इनमें गृहस्थों और वैष्णव जनों के लिए दो अलग तिथियों का उल्लेख है। गृहस्थ 15 अगस्त को जन्माष्टमी का व्रत रख सकते हैं। इसी तरह वैष्णव जन 16 अगस्त की रात को कान्हा के जन्म का उत्सव मनाएंगे"।
देहरादून: विकासनगर के मंदिरों में जन्माष्टमी की धूम
➡️दर्शनों के लिए उमड़े श्रद्धालु
➡️राधा-कृष्ण की ड्रेस पहन मंदिर में पहुंचे बच्चे
➡️कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर भक्तों में उत्साह #Dehradun #Janmashtami #celebrated #Vikasnaga pic.twitter.com/w3P1bo6meC— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) August 16, 2025
वही राधा कृष्ण बने बच्चे भी अपने माता- पिता के साथ मंदिरों में पहुंचे। पूरे पछुआ दून का माहौल श्री कृष्ण जन्माष्टमी में रंगा नजर आया। महिलाएं लड़कियां बच्चे भगवान श्री कृष्ण के भजनों पर नाचते झूमते नजर आए।
पूरे पछुआ दून का माहौल भक्तिमय हो गया। इस मौके पर पूर्व चेयर मेन नगरपालिका नीरज अग्रवाल, कांग्रेसी नेता प्रेमप्रकाश अग्रवाल, भाजपा नेता राजकुमार रोहिला, कांग्रेस नगरपालिका सभासद भारत कालरा सहित कई लोग श्री कृष्ण जन्माष्टमी के त्यौहार पर मन्दिरों में शामिल हुए और सेवा भाव से लोगो की सेवा करते नजर आए।
पछुआ दून का माहौल भक्तिमय और कृष्णमय हो गया है। छोटे-छोटे बच्चे श्री कृष्ण और श्री राधा रानी की ड्रेस पहन कर मन्दिरों में पहुंचे हैं। भक्त मंदिर में पहुंचकर भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप को झूला करा रहे हैं।
मंदिरों को रंग बिरंगी लाइटों, फूलों और सजावटी सामान से सजाया गया ।श्री कृष्ण के लिए भजन कीर्तन का आयोजन किया गया।
भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन मनाई जाने वाली श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर भक्तों में खासा उत्साह रहता है। मंदिरों के साथ बाजारों में दिनभर रौनक बनी हुई है। मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया गया है।