

हाजी मोहम्मद अकरम और सभासदों के बीच बीते तीन दिनों से चल रहा विवाद आखिरकार सोमवार को थम गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
रामनगर में स्लाटर हाउस का मामला
रामनगर: रामनगर में स्लाटर हाउस को लेकर नगर पालिका अध्यक्ष हाजी मोहम्मद अकरम और सभासदों के बीच बीते तीन दिनों से चल रहा विवाद आखिरकार सोमवार को थम गया। नगर पालिका अध्यक्ष ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए सभी सभासदों से सहयोग की अपील की है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब हाजी मोहम्मद अकरम ने मीडिया में बयान देते हुए कुछ सभासदों पर आरोप लगाए कि वे स्लाटर हाउस में जानवर काटने के दौरान खान और मांडे में हिस्सा मांग रहे हैं। इस बयान से नगर में भारी विवाद खड़ा हो गया।
विवाद और बढ़ गया जब अध्यक्ष ने सभासद शिवि अग्रवाल पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि “तिलकधारी, भगवा वस्त्र पहने हुए व्यक्ति मीट में हिस्सा मांग रहे हैं।” इस टिप्पणी को लेकर हिंदूवादी संगठनों ने कड़ा ऐतराज जताया और चेतावनी दी कि यदि अध्यक्ष माफी नहीं मांगते हैं तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
सोमवार को नगर पालिका अध्यक्ष हाजी मोहम्मद अकरम ने अपने बयान पर खेद जताते हुए कहा, "यदि मेरे किसी भी बयान से किसी व्यक्ति या समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं, तो मैं ईमानदारी से उसके लिए माफी मांगता हूं। मेरा उद्देश्य किसी की भावनाएं ठेस पहुंचाना नहीं था।"
अध्यक्ष ने यह भी कहा कि नगरपालिका में अब सभी विकास कार्य सभासदों को विश्वास में लेकर, पूरी पारदर्शिता के साथ और टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से किए जाएंगे। उन्होंने सभी सभासदों से आपसी सहयोग और विकास में भागीदारी की अपील की।
वहीं, सभासद शिवि अग्रवाल ने अध्यक्ष द्वारा माफी मांगे जाने पर उनका आभार जताया। उन्होंने कहा, "हम रामनगर के विकास के लिए एकजुट हैं और किसी भी प्रकार का विवाद नहीं चाहते। मैं सभी हिंदूवादी संगठनों का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने शांति और सम्मानजनक समाधान में सहयोग दिया।"इस घटनाक्रम के शांत होने के बाद अब उम्मीद जताई जा रही है कि रामनगर में विकास कार्यों को गति मिलेगी और नगर पालिका में सामंजस्यपूर्ण वातावरण बना रहेगा।