देहरादून में छांगुर गिरोह का बड़ा खुलासा, युवतियों को विदेश भेजने की रची गई साजिश का पर्दाफाश

देहरादून में छांगुर गिरोह द्वारा युवतियों को धर्मांतरण के जाल में फंसाकर विदेश भेजने की साजिश पकड़ी गई। पुलिस ने पाकिस्तान से जुड़े तारों के साथ दूसरा मुकदमा दर्ज कर जांच तेज कर दी है।

Updated : 27 July 2025, 12:08 PM IST
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Dehradun: छांगुर गिरोह के खिलाफ धर्मांतरण के मामले में दूसरा मुकदमा दर्ज किया गया है। रानीपोखरी थाने में दर्ज मामले की जांच के दौरान प्रेमनगर की एक युवती का नाम सामने आया है, जिसे छांगुर के गुर्गों ने अपने जाल में फंसाया था। बरेली की रहने वाली इस युवती को इस्लाम धर्म में परिवर्तित करने के बाद दुबई भेजने की तैयारी की जा रही थी। युवती को पाकिस्तान के मौलवियों से इस्लाम की शिक्षा दी जा रही थी और दुबई के रास्ते पाकिस्तान में पैसा भी भेजा गया था। इस मामले में शनिवार को प्रेमनगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है जिसमें सहसपुर के अब्दुर रहमान समेत छह आरोपियों के नाम शामिल हैं।

धर्मांतरण के मामले में दूसरा मुकदमा दर्ज

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि 17 जुलाई को उत्तर प्रदेश एटीएस ने अब्दुर रहमान को गिरफ्तार किया और आगरा ले गई। इस दौरान पुलिस को पता चला कि वह रानीपोखरी क्षेत्र की एक युवती का धर्मांतरण कराने की साजिश में शामिल था। युवती को दिल्ली ले जाकर दुबई भेजने की योजना थी। पुलिस ने युवती के परिजनों की शिकायत पर धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

युवती को इस्लाम धर्म अपनाने के बाद मरियम नाम दिया गया था। पूछताछ में उसने बताया कि गिरोह ने प्रेमनगर की एक और युवती सुमैया को भी अपने प्रभाव में लिया है। सुमैया का शिक्षा स्तर उच्च है- उसने बीएससी गणित में और फाइन आर्ट्स में परास्नातक की डिग्री हासिल की है। बरेली में रहने के दौरान वह एक मुस्लिम युवती से जुड़ी और 2022 में फोन पर कलमा पढ़कर मुस्लिम बनी। इसके बाद उसे धार्मिक शिक्षा के लिए जूम मीटिंग्स और पाकिस्तान के मौलवियों से संपर्क कराया गया।

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प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)

पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

सुमैया ने पुलिस को बताया कि उसने लूडो स्टार नामक पाकिस्तानी मोबाइल एप डाउनलोड किया था, जहां वह पाकिस्तानी लोगों से जुड़ी। उन्होंने इस्लाम धर्म के बारे में बात करके उसे आकर्षित किया। एक मौलवी तनवीर अहमद ने उसे मुफ्त में इस्लाम की शिक्षा देना शुरू की। हालांकि, सुमैया ने कहा कि वह मुफ्त शिक्षा नहीं चाहती थी, इसलिए उसका संपर्क स्थानीय गुर्गों से कराया गया। देहरादून के कांवली निवासी सुलेमान ने उससे रुपये दुबई में मौलवी के खाते में जमा कराने को कहा, ताकि शक न हो। सुलेमान ने रुपये पहले सुमैया के खाते में जमा कराए और फिर पाकिस्तान के मौलवी को भेजे।

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि इस लेनदेन की पुष्टि जांच में हो चुकी है। पुलिस ने अब सभी छह आरोपियों को यूपी एटीएस से गिरफ्तार करवा लिया है और उन्हें देहरादून लाने के लिए बी वारंट जारी किया जाएगा। इसके लिए टीम आगरा में आवेदन करेगी।

मुकदमे में नामजद आरोपी

  • अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र पाल सिंह (दिल्ली)
  • अब्दुल रहीम (अब्दुल रहमान का बेटा)
  • अब्दुल्ला (अब्दुल रहमान का बेटा)
  • अब्दुर रहमान उर्फ रुपेंद्र प्रताप सिंह (सहसपुर, देहरादून)
  • आयशा उर्फ कृष्णा (ओल्ड गोवा)
  • सुलेमान निनासी (कांवली, देहरादून)

पुलिस की प्रारंभिक जांच से यह भी पता चला कि छांगुर गिरोह ने देहरादून में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण का जाल फैलाया था। गिरोह युवतियों को इस्लाम में परिवर्तित करके विदेश भेजने की साजिश रच रहा था। पुलिस ने युवतियों के परिजनों की सुरक्षा और राहत के लिए काउंसलिंग भी कराई है।

एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि पुलिस धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए भी छापे जारी हैं।

यह मामला सामाजिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती है, जिसमें पाकिस्तान के मौलवियों और गिरोह के स्थानीय सहयोगियों के आपसी संबंध उजागर हुए हैं। देहरादून पुलिस इस पूरे जाल को तह तक उखाड़ फेंकने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।

Location : 
  • Dehradun

Published : 
  • 27 July 2025, 12:08 PM IST