

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी राजीव कृष्ण मेरठ जिले में पहुंचे। वहां पर मेरठ कमिश्नर ऑफिस में हाई लेवल बैठक चल रही है। इस बैठक में उत्तर प्रदेश के अलावा पड़ोसी राज्यों हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखंड के भी आईपीएस के साथ आईएएस अधिकारी शामिल हैं।
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स: इंटरनेट)
Meerut News: कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने कमर कस कर ली है। मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी राजीव कृष्ण मेरठ जिले में पहुंचे। वहां पर मेरठ कमिश्नर ऑफिस में हाई लेवल बैठक चल रही है। इस बैठक में उत्तर प्रदेश के अलावा पड़ोसी राज्यों हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखंड के भी आईपीएस के साथ आईएएस अधिकारी शामिल हैं।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ तौर पर आदेश देते हुए कहा है कि किसी भी कावड़िया को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उसको लेकर संबंधित जिले के डीएम अपने स्तर पर बैठक बुलाएं और रणनीति तैयार करें। इसके अलावा उन्होंने सोमवार को गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से लेकर बिजनौर तक हेलीकॉप्टर से हवाई सर्वे किया।
नहीं मिलेगी ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे से उतरने की अनुमति
मेरठ पुलिस के यातायात अधिकारी ने बताया कि ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे से किसी भी वाहन को नीचे उतरने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसको लेकर हर एक्सप्रेसवे के कट पर पुलिस की ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके अलावा जिले में एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, दूध, ब्रेड और खाने पीने की चीजों वाले वाहनों को जांच के बाद भेज दिया जाएगा। वैसे तो कांवड़ यात्रा के दौरान रूट डायवर्जन किया जाएगा, लेकिन जरूरी वाहनों के लिए रूट डायवर्जन नहीं होगा।
नेशनल हाईवे-58 और दिल्ली मार्ग होंगे बंद
10 जुलाई के बाद से रुड़की, मुजफ्फरनगर, खतौली और मोदीपुरम आदि रास्तों को केवल कांवड़ियों के लिए खोला जाएगा। बाकी हल्के और बाहरी वाहनों पर पूरे तरीके से प्रतिबंध लगा रहेगा। यहां तक की नेशनल हाईवे-58 और दिल्ली मार्ग को भी आम लोगों के लिए बंद किया जाएगा।