World AIDS Day: वीबीएस पीजी कॉलेज में निकली जनजागरूकता रैली, विशेषज्ञों ने बताया बचाव का ये उपाय

ख़जनी क्षेत्र स्थित वीर बहादुर सिंह पीजी कॉलेज, हरनहीं महुराव में सोमवार को राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) की तीनों इकाइयों एवं रेड रिबन क्लब के संयुक्त तत्वावधान में विश्व एड्स दिवस पर भव्य जनजागरूकता रैली एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। रैली और संगोष्ठी के माघ्यम से लोगों को बचाव के उपाय भी बताये गए।

Gorakhpur: गोरखपुर के ख़जनी क्षेत्र स्थित वीर बहादुर सिंह पीजी कॉलेज, हरनहीं महुराव में सोमवार को राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) की तीनों इकाइयों एवं रेड रिबन क्लब के संयुक्त तत्वावधान में विश्व एड्स दिवस पर भव्य जनजागरूकता रैली एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. के.पी. चौरसिया ने हरी झंडी दिखाकर किया। रैली में सैकड़ों स्वयंसेवक-स्वयंसेविकाओं ने भाग लिया और “एड्स से बचाव, समाज की सुरक्षा”, “सुरक्षित रहें, स्वस्थ रहें” जैसे नारों से क्षेत्र को जागरूक किया।

रैली महाविद्यालय परिसर से शुरू होकर हरनहीं चौराहा, खजनी तहसील चौराहा, कैथवलिया, एकमा होते हुए महुराव तक निकाली गई। सड़क किनारे खड़े लोगों को पोस्टर, बैनर और पंपलेट के माध्यम से एचआईवी/एड्स के बचाव एवं रोकथाम के बारे में जानकारी दी गई। जगह-जगह पर लोगों ने स्वयंसेवकों की इस पहल का स्वागत किया।

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संगोष्ठी का आयोजन

रैली के पश्चात महाविद्यालय सभागार में संगोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसमें छात्र-छात्राओं ने एड्स जागरूकता पर अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. चौरसिया ने कहा कि “एड्स महामारी है, इसकी सुरक्षा और बचाव ही जीवन का बचाव है। असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई-सिरिंज का उपयोग तथा संक्रमित गर्भवती मां से शिशु तक संक्रमण एड्स के प्रमुख कारण हैं। इसलिए जानकारी, जागरूकता और सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।” उन्होंने बताया कि विश्व एड्स दिवस 1988 से प्रत्येक वर्ष 1 दिसंबर को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य एचआईवी संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए समाज को जागरूक करना है।

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ऐसे बचें HIV से

उन्होंने आगे बताया कि एचआईवी का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन एंटी रेट्रो वायरल थेरेपी (ART) से संक्रमित व्यक्ति लंबे समय तक स्वस्थ और सामान्य जीवन जी सकता है। भूगोल विभाग के प्रवक्ता श्री नारायण त्रिपाठी ने कहा कि स्वस्थ समाज के लिए सुरक्षित जीवन शैली बेहद जरूरी है। असुरक्षित आदतें बीमारियों को आमंत्रण देती हैं, इसलिए युवाओं को जिम्मेदार व्यवहार अपनाना चाहिए। डॉ. इंद्रजीत सिंह ने कहा कि एड्स के प्रति भ्रांतियों को दूर करने और पीड़ितों के प्रति संवेदनशील होने की आवश्यकता है ताकि समाज में सकारात्मक वातावरण बन सके।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. अरुण कुमार नायक ने किया। इस अवसर पर पुष्पा मिश्रा, शैलेंद्र कुमार, एकता, वीरेंद्र सिंह, अरुण सिंह, राजन, सौम्या मौर्य, स्वर्णिमा सिंह, अनुजा सिंह, रितिका त्रिपाठी, प्रतिभा दुबे सहित एनएसएस की तीनों इकाइयों के सभी स्वयंसेवक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं ने संकल्प लिया कि वे समाज के हर वर्ग तक एड्स जागरूकता का संदेश पहुँचाएंगे।

Location : 
  • Gorakhpur

Published : 
  • 2 December 2025, 2:13 PM IST