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गोरखपुर के पाली गोदाम में गेहूं की बोरियों से भरा रैक ढहने से पल्लेदार चंद्रभान राजभर की दर्दनाक मौत हो गई। सुरक्षा इंतज़ामों की कमी और प्रबंधन की लापरवाही पर स्थानीय मजदूरों और परिवार ने सवाल उठाए हैं। तीन मासूम बच्चों और बुजुर्ग माता-पिता पर अब संकट का पहाड़ टूट पड़ा है।
मौके पर पुलिस बल और मृतक के परिजन
Gorakhpur: सहजनवां थाना क्षेत्र के ग्राम पाली स्थित अनाज गोदाम में सोमवार दोपहर एक बड़ा हादसा हो गया। गेहूं की भारी-भरकम बोरियों से भरा रैक अचानक भरभराकर ढह जाने से पल्लेदारी कर रहे 32 वर्षीय चंद्रभान राजभर की दबकर मौत हो गई। हादसे के बाद गोदाम में अफरा-तफरी मच गई और मजदूरों में दहशत फैल गई। सुरक्षा मानकों की खुली धज्जियों के बीच हुई इस मौत ने गोदाम प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
चंद्रभान राजभर, जो पीपीगंज थाना क्षेत्र के ग्राम करतहरी का निवासी था, लंबे समय से पाली गोदाम में पल्लेदार के रूप में काम कर रहा था। सोमवार को गोदाम में गेहूं से लदा एक ट्रक पहुंचा था और मजदूर रैक में बोरियाँ जमा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रैक पहले से ही बोरी के वजन से चरमराया हुआ था, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जैसे ही मजदूर बोरियाँ रैक के ऊपरी हिस्से पर जमा रहे थे, अचानक भारी बोरो का पूरा अम्बार चंद्रभान पर गिर पड़ा। साथी मजदूरों ने जान जोखिम में डालकर उसे बाहर निकाला, लेकिन तब तक वह गंभीर रूप से घायल हो चुका था। मजदूरों ने उसे ठर्रापार सीएचसी की ओर ले जाना शुरू किया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। इस घटना ने परिवार सहित पूरे क्षेत्र को शोक में डूबो दिया है।
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सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल
स्थानीय मजदूरों ने आरोप लगाया कि गोदाम में स्टॉक किया गया गेहूं गैलेंट कंपनी (सुरभि मिल) का है, और गोदाम में सुरक्षा इंतज़ाम बेहद कमजोर हैं। उनका कहना है कि भारी वजन वाली बोरियों को ऊंचे रैक पर बिना किसी सुरक्षा उपकरण, हेलमेट या बेल्ट के चढ़वाया जाता है। मजदूरों ने यह भी कहा कि गोदाम प्रबंधन मजदूरों की सुरक्षा को लेकर बिल्कुल गंभीर नहीं है, और यह हादसा उसी लापरवाही का नतीजा है। हादसे के बाद ग्रामीणों और मृतक के परिवारजनों ने गोदाम प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सहजनवां थाने में शिकायत पत्र दिया है। परिजनों की मांग है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और परिवार को उचित मुआवजा प्रदान किया जाए।
पुलिस-प्रशासन हरकत में, पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव
घटना की सूचना मिलते ही सीओ गीडा कमलेश सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और प्रारंभिक जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। सहजनवां थाना प्रभारी ने भी मृतक परिवार को सांत्वना देते हुए आश्वासन दिया कि प्रशासनिक स्तर पर हर संभव आर्थिक सहयोग दिलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सुरभि फ्लोर मिल के संचालकों से बातचीत कर जिम्मेदारी तय करने और परिवार की मदद सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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तीन मासूम बच्चों और बुजुर्ग माता-पिता पर टूटा दुःख का पहाड़
चंद्रभान की मौत ने उसके घर की पूरी व्यवस्था को हिला दिया है। ग्रामीणों के अनुसार मृतक के तीन छोटे बच्चे हैं, जो अब पूरी तरह बेसहारा हो गए हैं। ऊपर से चंद्रभान के माता-पिता भी बुजुर्ग हैं, जिनकी देखभाल वही करता था। उसकी रोजमर्रा की मजदूरी ही घर का एकमात्र सहारा थी। मौत के बाद परिवार के सामने आर्थिक संकट और भविष्य की चिंता खड़ी हो गई है।