

उत्तर प्रदेश में मौसम का मिज़ाज बदलने वाला है। कई जिलों में गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश और वज्रपात की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। जानें आज आपके शहर का हाल और क्या आपका जिला इस लिस्ट में शामिल है।
उत्तर प्रदेश में मौसम का हाल
Lucknow: उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। सोमवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश और तराई क्षेत्र के कई जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले 24 घंटों में यह स्थिति और स्पष्ट होगी और पूर्वी तथा दक्षिणी जिलों में बारिश का असर दिखाई देगा।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ ने जानकारी दी है कि मंगलवार को पूर्वी और तराई क्षेत्रों के 22 जिलों में गरज-चमक के साथ छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है। इनमें कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोरखपुर, बस्ती, देवरिया, संत कबीर नगर जैसे जिले प्रमुख हैं। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है, खासकर खुले स्थानों पर जाने से बचने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि दक्षिणी उत्तर प्रदेश के सोनभद्र, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर और आसपास के जिलों में गरज-चमक के साथ वज्रपात की संभावना है। ऐसे में ग्रामीण इलाकों में खेतों में काम करने वाले किसानों और खुले में रहने वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। वज्रपात से होने वाले हादसों को देखते हुए स्थानीय प्रशासन भी सतर्क है।
जानें अपने शहर के मौसम का हाल
वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, 11 सितंबर से मानसूनी ट्रफ रेखा उत्तर की ओर खिसकेगी। इसके कारण तराई क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना बढ़ जाएगी। इससे गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर और आसपास के जिले प्रभावित हो सकते हैं। किसानों के लिए यह बारिश जहां फसलों के लिए राहत का संदेश ला सकती है, वहीं जलभराव और बिजली गिरने जैसी घटनाओं की आशंका भी बढ़ जाएगी।
UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में बदला मौसम का मिजाज, अगले तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी
बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए लोग गर्मी और उमस से राहत की उम्मीद कर रहे हैं। लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी के मुताबिक, गरज-चमक और वज्रपात की घटनाएं गंभीर हो सकती हैं। ऐसे में लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है। बिजली गिरने की स्थिति में पेड़ के नीचे खड़े होने से बचें, खुले मैदान या ऊंचे स्थान पर न जाएं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि मौसम विभाग की सलाह का पालन करें और सुरक्षित रहें।