

महराजगंज जनपद के कोल्हुई क्षेत्र में रविवार को हुई झमाझम बारिश ने न केवल भीषण गर्मी से राहत दी, बल्कि सूख रही धान की फसल को भी जीवनदान मिला है। बारिश से क्षेत्र का मौसम सुहाना हो गया है और किसानों में नई उम्मीद जगी है।
बारिश से फसल को लाभ (Img: Google)
Maharajganj: महराजगंज के कोल्हुई और आसपास के क्षेत्रों में रविवार को हो रही झमाझम बारिश ने जहां लोगों को भीषण गर्मी से राहत दी है, वहीं किसानों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है। लंबे समय तक बारिश न होने के कारण धान की फसल सूखने की कगार पर थी, लेकिन अब बारिश ने किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है। यह बारिश न केवल फसलों के लिए लाभकारी सिद्ध हो रही है, बल्कि क्षेत्र के जलस्तर को भी बेहतर करने में मदद कर रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पिछले कई सप्ताहों से कोल्हुई और आसपास के इलाके 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचे तापमान से झुलस रहे थे। उमस और गर्म हवाओं ने जनजीवन को प्रभावित किया हुआ था। लेकिन रविवार की बारिश ने मौसम को खुशनुमा बना दिया है। लोग अपने घरों से बाहर निकल कर बारिश का आनंद लेते नजर आए।
धान की फसल के लिए संजीवनी
कोल्हुई क्षेत्र की प्रमुख फसल धान है, जो पूरी तरह से पानी पर निर्भर होती है। लगातार बारिश न होने से खेत सूखने लगे थे और फसलों की वृद्धि थम गई थी। किसानों ने बताया कि खेतों में दरारें पड़ गई थीं और धान की नर्सरी भी सूखने लगी थी। लेकिन रविवार की बारिश ने फसलों को राहत दी है। किसानों का कहना है कि इस बारिश में अच्छी पैदावार की उम्मीद है।
जलस्तर में सुधार की उम्मीद
बारिश का दूसरा बड़ा असर क्षेत्र के गिरते जलस्तर पर देखने को मिलेगा। कई क्षेत्रों में कुएं और तालाब सूख चुके थे, हैंडपंप भी कम पानी देने लगे थे। अब भारी बारिश से उम्मीद की जा रही है कि भूजल स्तर में सुधार आएगा और जल स्रोत पुनः सक्रिय हो सकेंगे।
बारिश के बाद किसानों की सहायता के लिए प्रशासनिक स्तर पर भी तैयारी शुरू हो गई है। कृषि विभाग द्वारा क्षेत्र में निरीक्षण शुरू कर दिया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि फसलें ठीक से विकसित हो सकें और किसानों को उचित मार्गदर्शन मिल सके।
कोल्हुई में हुई बारिश ने जनजीवन को गर्मी से राहत दी है और धान की फसल को नई ऊर्जा प्रदान की है। किसान अब फिर से खेती को लेकर आशान्वित हैं और मौसम का रुख देख आने वाले दिनों में अच्छी पैदावार की उम्मीद कर रहे हैं। यह बारिश न केवल मौसम को सुहाना बना रही है, बल्कि खेती और जलसंरक्षण के नजरिए से भी अत्यंत लाभकारी साबित हो रही है।