Uttar Pradesh: महोबा में भ्रष्टाचार पर एक्शन, जिला आबकारी अधिकारी निलंबित

उत्तर प्रदेश के महोबा में रिश्वत लेने का वीडियो वायरल होने के बाद आबकारी अधिकारी पर गाज गिर गई जिससे आबकारी विभाग में हड़कंप मच गया। भ्रष्ट अधिकारियों में भय का माहौल है।

Post Published By: Jay Chauhan
Updated : 3 September 2025, 5:40 PM IST
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 Mahoba: उत्तर प्रदेश के महोबा में रिश्वतखोरी पर बड़ा एक्शन हुआ है। रिश्वत का वीडियो वायरल होने के बाद महोबा के जिला आबकारी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद वर्मा को तत्काल निलंबित कर दिया गया।

भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीति के तहत प्रदेश सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। महोबा जनपद के जिला आबकारी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद वर्मा का रिश्वत लेते वीडियो वायरल होने के बाद जांच में दोषी पाए जाने पर आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

गौरतलब है कि 26 अगस्त को एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें आबकारी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद वर्मा को शहर के शराब ठेका संचालक कुलदीप से रुपए लेते हुए देखा गया। इस वीडियो के सामने आने के बाद जिले के 13 शराब ठेका संचालकों ने लामबंद होकर डीएम गजल भारद्वाज से औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।

ठेका संचालकों ने लगाए ये आरोप

ठेका संचालकों ने आरोप लगाया कि आबकारी अधिकारी लंबे समय से उनसे अवैध रूप से धन वसूल रहे थे और शिकायत करने पर कार्रवाई की धमकी देते थे। यहीं नहीं शराब ठेके की दुकान में जाकर मामूली चीज जैसे कि घी का डब्बा आदि सामान भी मांगते हुए आबकारी अधिकारी का वीडियो सामने आया था।

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मामले की गंभीरता को देखते हुए आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने महोबा जिलाधिकारी को जांच के निर्देश दिए। डीएम गजल भारद्वाज ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी। रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई कि आबकारी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद वर्मा रिश्वतखोरी में संलिप्त पाए गए। इसके आधार पर आबकारी मंत्री ने निलंबन की कार्रवाई सुनिश्चित की।

सरकारी कार्रवाई के बाद जिले में हड़कंप मच गया है। भ्रष्टाचार के मामलों में लापरवाह और संलिप्त अधिकारियों में भय का माहौल है। वहीं, शराब ठेका संचालकों और व्यापारियों ने इस कदम का स्वागत किया है।

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उनका कहना है कि लंबे समय से अधिकारी के दबाव और भ्रष्टाचार से परेशान होकर उन्हें सामूहिक शिकायत दर्ज करनी पड़ी थी। अब सरकार की इस कार्रवाई से उन्हें राहत मिली है।

बहरहाल, प्रदेश सरकार ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महोबा के इस चर्चित प्रकरण ने पूरे प्रदेश के आबकारी विभाग में हड़कप मचा है।

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