UP News: महोबा में जश्ने ईद मिलादुन्नबी पर दावत-ए-इस्लामी ने अनाथालय और अस्पतालों में बांटी खुशियां, जानें पूरी खबर

महोबा में जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर दावत-ए-इस्लामी की सोशल विंग, गरीब नवाज रिलीफ फाउंडेशन (GNRF) ने इस्लाम के पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की 1500वीं पैदाइश के अवसर पर मानव सेवा कार्यक्रम आयोजित किया। पढ़ें पूरी खबर

Post Published By: Deepika Tiwari
Updated : 5 September 2025, 9:34 PM IST
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UP News: उत्तर प्रदेश के महोबा में जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर दावत-ए-इस्लामी की सोशल विंग, गरीब नवाज रिलीफ फाउंडेशन (GNRF) ने इस्लाम के पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की 1500वीं पैदाइश के अवसर पर मानव सेवा कार्यक्रम आयोजित किया। संस्था के सदस्यों ने शहर के अनाथालय, जिला महिला और पुरुष अस्पताल में पहुंचकर वहां मौजूद बच्चों, मरीजों और उनके तीमारदारों को फल और मिष्ठान वितरित किए।

क्या है पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक,   इस मौके पर सदर तहसीलदार दिवाकर मिश्रा और नायब तहसीलदार विवेक तोमर भी मौजूद रहे। अनाथालय में बच्चों के साथ वक्त बिताते हुए दावत-ए-इस्लामी के पदाधिकारियों ने उन्हें फल और मिठाइयां बांटी और मोहम्मद साहब के जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। संस्था ने बच्चों को बताया कि पैगंबर साहब हमेशा गरीबों, बेसहारों और जरूरतमंदों की मदद किया करते थे और यही उनकी सुन्नत है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके बाद संस्था के सदस्य जिला पुरुष और महिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने वहां भर्ती मरीजों और उनके तीमारदारों को फल वितरित किए और इस्लाम के पैगंबर की पैदाइश की मुबारकबाद दी। अस्पताल के स्टाफ के साथ भी संस्था ने यह सेवा साझा की। इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष तनवीर अत्तारी ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्मदिन गरीबों और जरूरतमंदों के साथ मनाना उनकी शिक्षा और इंसानियत की मिसाल है।

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दावत-ए-इस्लामी ने न केवल बच्चों और मरीजों को खुशी दी

सदर तहसीलदार दिवाकर मिश्रा ने संस्था की सराहना करते हुए बताया कि दावत-ए-इस्लामी पूर्व में ब्लड डोनेशन कैंप लगाया अब अनाथालय और अस्पतालों में सेवा कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि यह काम पैगंबर साहब के बताए मार्ग पर चलकर समाज में इंसानियत और भाईचारे का संदेश फैलाने जैसा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से दावत-ए-इस्लामी ने न केवल बच्चों और मरीजों को खुशी दी, बल्कि समाज में मदद और सेवा का संदेश भी फैलाया। यही वजह है कि जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर यह पहल खास महत्व रखती है।

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