

यूपी के पूर्वांचल में मौसम का कहर देखने को मिला जहां आकाशीय बिजली गिरने से आठ की मौत, छह घायल; जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गए। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स- इंटरनेट)
जौनपुर/गाजीपुर/सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में रविवार को दोपहर बाद अचानक बदले मौसम ने भारी तबाही मचाई। आंधी और बारिश के बीच गिरी आकाशीय बिजली ने कई परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया। जौनपुर, गाजीपुर और सोनभद्र जिलों में बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में कुल आठ लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि छह लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस भयंकर मौसम के चलते सैकड़ों पेड़ उखड़कर सड़कों पर गिर गए, जिससे यातायात प्रभावित रहा। वहीं, 12 से अधिक ट्रांसफार्मर और बिजली के खंभे गिरने से कई गांवों में विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है। प्रशासन राहत और मरम्मत कार्य में जुटा है, लेकिन जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है।
जौनपुर जिले में सबसे अधिक जानलेवा असर देखा गया। काशीदासपुर गांव में आम बीनने गए तीन बच्चों की बिजली गिरने से मौत हो गई। मृतकों की पहचान अंश यादव (12), अंशु यादव (10) और उनके पड़ोसी अनिल यादव के बेटे आयुष (12) के रूप में हुई है। हादसे के वक्त तीनों बच्चे बगीचे में खेल रहे थे कि अचानक तेज गर्जना के साथ बिजली गिर गई और घटनास्थल पर ही तीनों की मौत हो गई।
इसी जिले के करनेहुआ गांव में बृजेश (25) और लौआ सफीपुर गांव में आठवीं कक्षा की छात्रा अनामिका (15) की भी बिजली गिरने से मौत हो गई।
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स- इंटरनेट)
वहीं, मीरापुर गांव के रामनयन की बेटी अंकिता गंभीर रूप से झुलस गई है। अन्य घायलों में घनश्यामपुर गांव का रमाशंकर (40), ऊंचगांव की सोनी (16), मोनी (18), शालिनी (16) और गुड़िया (13) शामिल हैं, जिनका इलाज स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों में चल रहा है।
गाजीपुर में तेज बारिश के साथ गिरी बिजली ने दो लोगों की जान ले ली। रेवतीपुर क्षेत्र के अठहठा गांव में श्याम बिहारी यादव (65) की खेत में काम करते वक्त मौत हो गई। वहीं, सैदपुर के खजुरा गांव में प्रांशु कश्यप (12) की भी आकाशीय बिजली की चपेट में आकर जान चली गई। आधे घंटे की भारी बारिश में कई इलाकों में जलभराव हो गया और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई।
सोनभद्र के अमवार चौकी क्षेत्र के गोहड़ा गांव में रहने वाली सुवचनी देवी (48), जो खेत पर काम कर रही थीं, उन पर आकाशीय बिजली गिरने से घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
तीनों जिलों के जिलाधिकारियों ने संबंधित घटनास्थलों पर प्रशासनिक टीम भेजी है। आपदा राहत कोष से मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं, झुलसे लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता मुहैया कराई जा रही है।
मौसम विभाग ने आगामी कुछ दिनों तक फिर से इसी तरह के मौसम की चेतावनी दी है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि बारिश और आंधी के दौरान खुले स्थानों, खेतों और पेड़ों के नीचे न रहें।