

भदौही से खबर सामने आई है। सीतामढ़ी के महर्षि वाल्मीकि गंगा घाट पर 4 जुलाई को होने वाले लव कुश मेले में लाखों श्रद्धालुओं के आने की आशा है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा
भदौही: उत्तर प्रदेश के भदौही से खबर सामने आई है। सीतामढ़ी के महर्षि वाल्मीकि गंगा घाट पर 4 जुलाई को होने वाले लव कुश मेले में लाखों श्रद्धालुओं के आने की आशा है। इस अवसर पर, पुलिस प्रशासन ने एसपी के आदेश पर गंगा घाट पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस की तैनाती कर दी है। यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि पिछले वर्षों में यहां पर कई लोगों की डूबने की घटनाएं हो चुकी हैं।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक गंगा घाट का पानी अत्यंत गहरा और तेज़ बहाव वाला है, जिससे स्नान करने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह जोखिमपूर्ण हो जाता है। बड़ी धार्मिक को देखते हुए, प्रशासन ने गंगा घाट पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था की थी। हालांकि, यह व्यवस्था एक बार फिर संदिग्ध हो गई है। प्रशासन ने लोहे की पाइप के सहारे रस्सियों की व्यवस्था की, लेकिन यह बैरिकेडिंग केवल चौबीस घंटे भी नहीं टिक पाई और भारी लहरों में क्षतिग्रस्त हो गई।
श्रद्धालु रस्सियों पर चढ़कर गहरे पानी
जानकारी के मुताबिक, इस स्थिति के कारण, कुछ युवा श्रद्धालु रस्सियों पर चढ़कर गहरे पानी की ओर बढ़ने लगे हैं। यह न केवल उनकी जान को खतरे में डाल रहा है, बल्कि यदि उचित कदम न उठाए गए, तो यह बड़े हादसे की ओर भी ले जा सकता है। हालात की गंभीरता को देखते हुए, इसे सीधे तौर पर सुरक्षा के मुद्दे से जोड़ा जा रहा है।
बैरिकेडिंग की व्यवस्था को मजबूत
स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं ने प्रशासन से इन समस्याओं के समाधान की मांग की है। लोगों की आवाज़ है कि बैरिकेडिंग की व्यवस्था को मजबूत किया जाए और संवेदनशीलता के साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। अगर प्रशासन तुरंत एक्शन नहीं लेता है, तो वहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ और नदी का तेज़ बहाव किसी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। इसलिए, यह आवश्यक है कि प्रशासन इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करे और सुरक्षित स्नान करने के उपायों को लागू करे ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो और महापर्व का आनंद सुरक्षित रूप से लिया जा सके।