

सिमरिया चरणदासी गांव में उस समय सनसनी फैल गई जब एक नाबालिग की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई। इस घटना से पूरे गांव में मातम का माहौल है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिरकार घर में बंदूक कैसे पहुंची और नाबालिग के हाथों में कैसे चली गई। पढ़ें पूरी खबर
गोली लगने से मौत
चित्रकूट: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जनपद के बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के सिमरिया चरणदासी गांव में उस समय सनसनी फैल गई जब एक नाबालिग की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान शिवाकांत उर्फ रज्जू पांडे के रूप में हुई है। वह अपनी बुआ के घर जल विहार मेला देखने आया हुआ था। बताया जा रहा है कि सुबह वह अपने फुफेरे भाई नरोत्तम के साथ घर के एक कमरे में था, जबकि अन्य सदस्य अपने-अपने काम में व्यस्त थे। तभी अचानक कमरे से गोली चलने की आवाज आई।
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लिस फोर्स और फील्ड यूनिट टीम के साथ मौके पर पहुंची
परिजन जब दौड़कर अंदर पहुंचे तो देखा कि शिवाकांत के सिर में गोली लगी हुई थी। आनन-फानन में घायल अवस्था में उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना ग्राम प्रधान ने पुलिस को दी। बहिलपुरवा थाने की पुलिस फोर्स और फील्ड यूनिट टीम के साथ मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की।
घर में बंदूक कैसे पहुंची और नाबालिग के हाथों में..
पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि “प्रथम दृष्टया मामला एक्सीडेंटल प्रतीत हो रहा है। फोरेंसिक जांच कराई जा रही है और सभी साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं।”उन्होंने आगे कहा कि घटना के समय मृतक का ममेरा भाई नरोत्तम भी कमरे में मौजूद था। घटना के बाद से वह बेहद डरा-सहमा हुआ है। उसकी स्थिति सामान्य होने पर उससे पूछताछ की जाएगी, जिसके बाद घटना की पूरी सच्चाई सामने आ सकेगी। इस घटना से पूरे गांव में मातम का माहौल है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिरकार घर में बंदूक कैसे पहुंची और नाबालिग के हाथों में कैसे चली गई।
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