

गोरखपुर जिले में बिजली सुधार के लिए 92.46 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी मिली है। इस राशि से ट्रांसफॉर्मर, लाइन और उपकरणों को बदला जाएगा। उपभोक्ताओं को अब निर्बाध बिजली मिलने की उम्मीद है।
Gorakhpur
Gorakhpur: बिजली व्यवस्था में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए जिले में 92 करोड़ 46 लाख 24 हजार रुपये की लागत से बिजली वितरण से जुड़े कई अहम कार्य शुरू किए जा रहे हैं। बिजनेस प्लान 2025-26 के तहत महानगर के साथ ही ग्रामीण वितरण मंडल प्रथम और द्वितीय में यह कार्य कराए जाएंगे। इन कार्यों से उपभोक्ताओं को बेहतर, सुचारू और निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल सकेगी।
इस योजना को तेजी से जमीन पर उतारने के लिए निगम के अभियंता सक्रिय हो गए हैं। मुख्य अभियंता आशुतोष श्रीवास्तव ने सभी अधिकारियों को समयबद्ध और गुणवत्ता युक्त कार्य सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।
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सरहरी उपकेंद्र, जो महराजगंज के फरेंदा से बिजली लेता है, वहां से करीब 8,000 घरों को बिजली आपूर्ति होती है। दूरी अधिक होने के कारण उपभोक्ताओं को बार-बार आपूर्ति में समस्या झेलनी पड़ती है। इसे ध्यान में रखते हुए अब हरपुर उपकेंद्र से भी बिजली दी जाएगी। इसके लिए ₹3.20 करोड़ की लागत से लगभग 20 किलोमीटर लंबी 33 हजार वोल्ट की लाइन का निर्माण किया जाएगा। इससे उपभोक्ताओं को वैकल्पिक स्रोत से बिजली मिलेगी और समस्या से राहत मिलेगी।
शाहपुर उपकेंद्र से जुड़े असुरन फीडर के तहत आने वाले जेल रोड क्षेत्र में भी बिजली आपूर्ति में समस्या बनी रहती है। यहां पहले से लगे 400 KVA ट्रांसफार्मर पर लोड अधिक होने के कारण सप्लाई बाधित होती है। अब यहां नया ट्रांसफार्मर लगाया जाएगा जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।
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किसे कितने रुपये मिले?
महानगर में एक नया उपकेंद्र बनाया जाएगा। ग्रामीण प्रथम, द्वितीय और महानगर में 33 हजार वोल्ट की कुल 7 नई लाइनें बनाई जाएंगी। ग्रामीण प्रथम में 2, द्वितीय में 1 और महानगर में 1 उपकेंद्र उपकेंद्र बनाए जाएंगे। द्वितीय में 4 और महानगर में 6 स्थानों पर 11 हजार वोल्ट की लाइन का निर्माण होगा। ग्रामीण प्रथम में 18, द्वितीय में 42 और महानगर में 55 नई ट्रांसफॉर्मर यूनिट्स की स्थापना की जाएगी। 241 स्थानों पर जर्जर तार, केबल और यूनिट्स का सुधार या बदलाव किया जाएगा।
मुख्य अभियंता का बयान
मुख्य अभियंता आशुतोष श्रीवास्तव ने कहा कि बिजनेस प्लान के अंतर्गत जिले में स्वीकृत कार्यों को समय से पूरा कराना हमारी प्राथमिकता है। कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। लापरवाही पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।