

नगर पंचायत क्षेत्र में पारिवारिक विवाद गंभीर रूप ले चुका है। एक युवक ने अपने सगे चाचाओं पर पिता का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर संपत्ति हड़पने, बैंक खाते की पासबुक छिपाने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। पढ़ें पूरी खबर
मुकदमा दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू
फतेहपुर: असोथर नगर पंचायत क्षेत्र में पारिवारिक विवाद गंभीर रूप ले चुका है। एक युवक ने अपने सगे चाचाओं पर पिता का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर संपत्ति हड़पने, बैंक खाते की पासबुक छिपाने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने दोनों चाचाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, विनीत कुमार साहू पुत्र स्व. मदनचंद्र साहू निवासी वार्ड नं. 8 भगवंत राय नगर, पुरानी बाजार, असोथर ने आरोप लगाया कि उसके पिता सूरत (गुजरात) के पर्वत पटिया स्थित ज्योति औरा नामक बंद कंपनी में चौकीदारी करते थे। 23 मार्च 2025 को उनकी अचानक मृत्यु हो गई थी। शव को एंबुलेंस से असोथर पैतृक आवास लाकर भिटौरा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया था।
पंचायत से फर्जी तरीके से मृत्यु का स्थान
विनीत का कहना है कि उसने 2 जून 2025 को सूरत नगर निगम कार्यालय से नियमानुसार पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया। लेकिन उसके सगे चाचा राजकुमार साहू व राजेंद्र कुमार साहू ने आपस में मिलकर असोथर नगर पंचायत से फर्जी तरीके से मृत्यु का स्थान पुरानी बाजार दर्शाते हुए 26 अप्रैल 2025 को दूसरा मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया था।
मां को जान से मारने की धमकी
पीड़ित के मुताबिक जब उसने इस बाबत चाचाओं से जानकारी मांगी तो उन्होंने गाली-गलौज करते हुए उसे और उसकी मां को जान से मारने की धमकी दी। यहां तक कहा कि अगर उसने पैतृक संपत्ति में हिस्सेदारी मांगी तो दोनों की हत्या कर शव यमुना नदी में फेंक दिए जाएंगे।
अकाउंट्स और फास्ट टैग भी फ्रीज
विनीत ने यह भी बताया कि उसके पिता का बैंक खाता सूरत में था, जिसमें वह नामिनी है। बैंक की पासबुक चाचा राजकुमार साहू के पास है, जिसे लौटाने से वह इनकार कर रहे हैं। पीड़ित का आरोप है कि खाते में जमा धनराशि हड़पने की साजिश रची जा रही है। साथ ही चाचाओं ने उसके खिलाफ झूठी शिकायतें कर उसके पिता के कई बैंक खाते, डिजिटल बैंकिंग अकाउंट्स और फास्ट टैग भी फ्रीज करवा दिए।इस मामले में असोथर पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर दोनों चाचाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच की जिम्मेदारी जरौली चौकी इंचार्ज अंकुश यादव को सौंपी गई है।