

उत्तर प्रदेश के नए कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने कार्यभार संभालने के बाद अपनी प्राथमिकताएं गिनाईं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
यूपी डीजीपी राजीव कृष्ण
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नए कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने कार्यभार संभालने के बाद अपनी प्राथमिकताएं गिनाईं। कार्यभार संभालने के बाद अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' की नीति प्रदेश में जारी रहेगी। उनका मुख्य उद्देश्य प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखना और नागरिकों को सुरक्षित माहौल मुहैया कराना है। उन्होंने यूपी पुलिस के लिए 10 मुख्य फोकस एरिया बताए, जिन पर आने वाले समय में विशेष ध्यान दिया जाएगा।
राजीव कृष्ण ने स्पष्ट किया कि अपराध और अपराधियों के खिलाफ यूपी पुलिस का रुख सख्त रहेगा। संगठित अपराध के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जाएगी, जिससे अपराधियों में कानून का डर और भय पैदा होगा। यह नीति प्रदेश में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में बड़ा कदम होगी।
महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तिकरण और सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देने के लिए विशेष पहल की जाएगी। इसके तहत विभिन्न योजनाओं और संवेदनशीलता के साथ काम किया जाएगा।
राजीव कृष्ण ने कहा कि मुख्यमंत्री के आईजीआर पोर्टल से समन्वय के लिए जल्द ही एसओपी बनाई जाएगी। सभी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी और पुलिस अधिकारियों को नागरिकों के प्रति सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार करने के निर्देश दिए गए हैं।
कानून व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। प्रदेश के हर क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए यह एक जरूरी कदम होगा।
कोविड-19 के बाद साइबर अपराध बढ़े हैं, जिन्हें रोकने के लिए यूपी पुलिस ने बुनियादी ढांचे को मजबूत किया है। डीजीपी ने कहा कि साइबर खतरों से निपटने के लिए उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा और इस क्षेत्र में और सुधार किए जाएंगे।
राजीव कृष्ण ने कहा कि यूपी पुलिस द्वारा दी जाने वाली सेवाओं में और सुधार किया जाएगा, ताकि नागरिकों को सुलभ, कुशल और उत्तरदायी सेवाएं मिल सकें। पुलिस सेवाओं की डिलीवरी में सुधार की दिशा में कई कदम उठाए जाएंगे।
यूपी पुलिस दुनिया के सबसे बड़े पुलिस बलों में से एक है, और इसके कर्मियों की भलाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उनके कल्याण से जुड़े प्रशासनिक मुद्दों का समाधान किया जाएगा, ताकि पुलिसकर्मी पूरी जिम्मेदारी और प्रेरणा के साथ अपना काम कर सकें।
डीजीपी ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखने वाले अधिकारियों और कर्मियों का पुलिस बल में लाभ उठाया जाएगा। बल में उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए उनके कौशल का सही दिशा में उपयोग किया जाएगा।
राजीव कृष्ण ने कहा कि पुलिस संचालन की दक्षता और प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी, विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग किया जाएगा। एआई से डेटा-संचालित निर्णय लिए जाएंगे और संसाधनों का इष्टतम उपयोग सुनिश्चित होगा।
पुलिस बल के सदस्यों के सतत प्रशिक्षण पर जोर दिया जाएगा। पुलिस अधिकारियों को नवीनतम तकनीकों और रणनीतियों से प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि वे अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभा सकें।
डीजीपी राजीव कृष्ण ने यूपी एटीएस के कामकाज की समीक्षा के भी संकेत दिए। उन्होंने कहा कि चुनौतियां और तकनीक समय के साथ बदलती रहती हैं और पुलिस बल को इन बदलावों के अनुरूप अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करना होगा।
No related posts found.