

चंडीगढ़ से की गई ऑनलाइन फ्रॉड की एक बड़ी वारदात का तार गोरखपुर जनपद के खजनी क्षेत्र से जुड़ गया है। साइबर ठगों ने चंडीगढ़ की एक महिला के खाते से 6 लाख रुपये निकाल लिए, जिसकी राशि गोरखपुर के उनवल कस्बे में स्थित एक सहज जनसेवा केंद्र के खाते में ट्रांसफर की गई।
चंडीगढ़ से 6 लाख की फ्रॉड राशि
गोरखपुर: चंडीगढ़ से की गई ऑनलाइन फ्रॉड की एक बड़ी वारदात का तार गोरखपुर जनपद के खजनी क्षेत्र से जुड़ गया है। आरोप है कि साइबर ठगों ने चंडीगढ़ की एक महिला के खाते से 6 लाख रुपये निकाल लिए, जिसकी राशि गोरखपुर के उनवल कस्बे में स्थित एक सहज जनसेवा केंद्र के खाते में ट्रांसफर की गई। जैसे ही यह मामला सामने आया, जनसेवा केंद्र संचालक विकास कुमार के होश उड़ गए, क्योंकि फ्रॉड की रकम उसके खाते में पहुंचने के बाद तुरंत कैश के रूप में निकाली जा चुकी थी।
साइबर फ्रॉड
जानकारी के अनुसार, खजनी थाना क्षेत्र के उनवल निवासी विकास कुमार वहां के सहज जनसेवा केंद्र का संचालन करते हैं। कुछ दिनों पहले गोरखपुर शहर निवासी सचिन सिंह नामक युवक ने विकास के गूगल पे नंबर पर दो बार में 50-50 हजार रुपये भेजे और मौके पर पहुंचकर पूरी रकम कैश में ले गया। विकास का कहना है कि वह नियमित रूप से ऐसा करता था और उसे यह जानकारी नहीं थी कि यह रकम किसी साइबर फ्रॉड का हिस्सा है।
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6 लाख रुपये की धोखाधड़ी
कुछ दिनों बाद जब विकास के खाते को बैंक ने सीज कर दिया, तब जाकर मामले की पूरी सच्चाई सामने आई। बैंक द्वारा जानकारी दी गई कि चंडीगढ़ से एक महिला के खाते से 6 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर रकम अलग-अलग माध्यमों से ट्रांसफर की गई थी, जिसमें विकास का जनसेवा केंद्र खाता भी शामिल है। अब बैंक और पुलिस की जांच में यह बात उभर कर सामने आई है कि सचिन सिंह किसी संगठित फ्रॉड गैंग का सदस्य हो सकता है, जो यूपी और पंजाब क्षेत्र में साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहा है।
मोबाइल ट्रांजेक्शन डिटेल्स की जांच प्रारंभ
घटना की जानकारी होते ही जनसेवा केंद्र संचालक विकास कुमार ने खजनी थाने में लिखित तहरीर दी है। थानाध्यक्ष अनूप सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने संबंधित बैंक खातों और मोबाइल ट्रांजेक्शन डिटेल्स की जांच प्रारंभ कर दी है।
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थानाध्यक्ष का कहना है कि "यह मामला इंटर-स्टेट साइबर फ्रॉड से जुड़ा प्रतीत होता है। चंडीगढ़ साइबर सेल से समन्वय कर मामले की तहकीकात की जा रही है। जल्द ही फ्रॉड गैंग का पर्दाफाश किया जाएगा। स्थानीय स्तर पर इस घटना के बाद क्षेत्र के अन्य जनसेवा केंद्र संचालक भी सतर्क हो गए हैं। पुलिस ने सभी डिजिटल लेनदेन करने वालों को सतर्क रहने और अजनबियों के खातों में आई रकम को कैश में बदलने से पहले पूर्ण सत्यापन करने की सलाह दी है।