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उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के नये अध्यक्ष की ताजपोशी जल्द होने वाली है। यूपी भाजपा अध्यक्ष के मनोनयन को लेकर पार्टी में मंथन जारी है और बड़े नेताओं की लगातार बैठकें हो रही है। 16 दिसंबर को नाम का ऐलान होगा। पढ़ें पूरी रिपोर्ट
यूपी बीजेपी अध्यक्ष को लेकर चर्चा तेज
Lucknow/Delhi: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के नये अध्यक्ष की ताजपोशी जल्द होने वाली है। यूपी भाजपा अध्यक्ष के मनोनयन को लेकर पार्टी में मंथन जारी है और बड़े नेताओं की लगातार बैठकें हो रही है।
उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को लेकर गुरूवार को दिल्ली में केंद्रिय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर अहम बैठक हो रही है। इस बैठक में भाजपा के राष्ट्र अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बीएल संतोष मौजूद है। इस बैठक में संभावित प्लानों पर चर्चा के बाद कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। चिन्हित सूची में से किसी एक नाम पर संघ और पार्टी आलाकमान की मंजूरी मिलने के बाद यूपी में भाजपा के नए अध्यक्ष का ऐलान जल्द किया जा सकता है।
गुरुवार, 11 दिसंबर को भूपेंद्र चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद भवन स्थित उनके चेंबर में मुलाकात की। इसके तुरंत बाद उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की। ये बैठकें यूपी में संगठनात्मक बदलावों के बीच महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं।
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार, यूपी बीजेपी में नए अध्यक्ष का ऐलान इसी हफ्ते संभव है और 14 दिसंबर से पहले घोषणा की संभावना जताई जा रही है। हालांकि कई नाम रेस में हैं, लेकिन लगातार हो रही हाई-प्रोफाइल मुलाकातों से यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि पार्टी दोबारा भूपेंद्र सिंह चौधरी पर भरोसा कर सकती है।
भूपेंद्र चौधरी के अलावा कुछ अन्य नेताओं के नाम भी अध्यक्ष बनने की दौड़ में माने जा रहे हैं। इनमें मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, यूपी कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह, केंद्रीय मंत्री बी.एल. वर्मा, पूर्व सांसद और असम प्रभारी हरीश द्विवेदी, विद्धासागर सोनकर, गोविंद नारायण शुक्ला, राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा और पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति शामिल है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व द्वारा किया जाएगा और नाम की औपचारिक घोषणा से पहले सभी प्रक्रियाओं को पूरा किया जाएगा।
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यूपी में भाजपा अध्यक्ष के निर्वाचन की जिम्मेदारी केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को सौंपी गई है। उनके लखनऊ आने के बाद ही नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी और उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष के नाम की औपचारिक घोषणा की जाएगी।