हिंदी
बेंगलुरु जाने से पहले दोनों बृजमनगंज क्षेत्र के लोहरसन गांव निवासी एक ठेकेदार से मिलने गए। वहां खाना खाकर वे वापस लौट रहे थे। रास्ते में अचानक एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें कुचल दिया। हादसा इतना भयावह था कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
गांव में छाया मातम
Maharajganj: कोल्हुई थाना क्षेत्र के बांधा गांव निवासी शुक्रवार की रात में सड़क हादसे ने दो जिगरी दोस्तों की जान ले ली, जिससे दो घरों की सारी खुशियां एक झटके में छिन गई। अजय चौरसिया और महेश गौतम की मौत ने पूरे गांव को मातम में डुबो दिया। बृजमनगंज थाना क्षेत्र के कलवार गढ़ में बीती रात सड़क हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया।
दशकों की दोस्ती और बंगलोर की जिंदगी
अजय और महेश पिछले 10 वर्षों से बंगलोर में साथ रहकर सटरिंग का काम करते थे। दोनों की दोस्ती इतनी गहरी थी कि वे एक-दूसरे के परिवार की तरह थे। दीपावली से ठीक पहले दोनों घर लौटे थे, जिससे दोनों परिवारों में उत्साह का माहौल था। त्योहार मनाने के बाद वे बंगलोर वापसी की तैयारी में जुट गए थे।
ठेकेदार से मुलाकात और वापसी का सफर
बेंगलुरु जाने से पहले दोनों बृजमनगंज क्षेत्र के लोहरसन गांव निवासी एक ठेकेदार से मिलने गए। वहां खाना खाकर वे वापस लौट रहे थे। रास्ते में अचानक एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें कुचल दिया। हादसा इतना भयावह था कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
परिवारों पर छाया मातम का साया
घटना की खबर फैलते ही गांव में कोहराम मच गया। अजय की पत्नी और तीन नाबालिग बेटे रो-रोकर बेहाल हैं। हर कोई यही सवाल कर रहा है कि बेसहारा पत्नी और बच्चों का सहारा कौन बनेगा? वहीं, महेश की पत्नी, बेटा और बेटी सदमे में बेसुध पड़े हैं।
बरेली में युवक के वायरल वीडियो से सनसनी, जहर की शीशी दिखाकर कहा- मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं
आगामी शादी अब मातम में बदली
महेश की बेटी सुमन की शादी 6 मई को तय थी, जो परिवार के लिए बड़ी खुशी का अवसर था। लेकिन यह हादसा आने वाली खुशियों को मातम में बदल गया। नाते-रिश्तेदार और गांव वाले लगातार ढांढस बंधाने में जुटे हैं।
गांव पर गहराया शोक
एक साथ दो दोस्तों की मौत ने पूरे गांव को झकझोर दिया। दोनों परिवारों की खुशियां हमेशा के लिए छिन गई और अब सवाल यह है कि ये टूटे घर कैसे संभलेंगे?